हर महिला या लड़की जुडो-कराटे की एक्सपर्ट नहीं होती। लेकिन यदि हर महिला या लड़की थोड़ी सी सतर्कता बरतते हुए इन उपायों पर अमल करें तो कुछ हद तक अपनी सुरक्षा कर सकती हैं।
महिलायें और लड़कियाँ कई बार घर में अकेली रहती हैं। कई बार उन्हें रात को भी बाहर अकेले सफ़र करना पड़ता हैं। ऐसे में यदि उनके साथ छेड़छाड़ या बलात्कार जैसी घटनाएँ होती हैं, तो महिलाओं और लड़कियों को अपनी खुद की सुरक्षा खुद करते आनी चाहिए। हर महिला या लड़की जुडो-कराटे की एक्सपर्ट नहीं होती। लेकिन महिलायें अपने मन से यह बात निकाल ले कि जिन्हें जुडो-कराटे आते हैं सिर्फ़ वे ही महिलायें अपनी सुरक्षा कर सकती हैं। यदि हर महिला या लड़की थोड़ी सी सतर्कता बरते तो कुछ हद तक अपनी सुरक्षा कर सकती हैं।
सबसे ज़रुरी बात यह हैं कि अपना आत्मविश्वास बनाएँ रखे कि मैं किसी भी स्थिति का सामना कर सकती हूं। यदि आप डर गई तो आपके चेहरे के हावभावों से अपराधियों का हौसला बढ़ जायेगा। अत: इस बात की पक्की गांठ बांध ले कि यहां कोई श्रीकृष्ण आपका चीरहरण रोकने नहीं आने वाला! यहां हर किसी को अपनी खुद की सुरक्षा हेतु सजग रहना होगा। तो आइए, जानते हैं कुछ ऐसे छोटे-छोटे उपाय जिन्हें अपना कर आप अपनी सुरक्षा खुद कर सकती हैं...
यदि आप घर पर अकेली हैं तो
• यदि डोअर बेल बजे तो पूरा दरवाज़ा न खोले। पहले देखे कि कौन हैं, यदि परिचित और अति विश्वसनीय हैं तो ही उसे अंदर आने को कहे।
• यदि कोई मैकेनिक का नाम लेकर या और किसी बहाने से अंदर आ ही जाएं और बदतमीजी करने लगे तो किचन की तरफ़ भागे। वहां से मिर्च पाउडर लेकर उसकी आंखों में डाले और खुद दौडकर बाहर आकर मदद हेतु चिल्लाएं।
• यदि किचन की तरफ़ भाग न पाए तो कमरे में का टी. व्ही. एकदम फूल आवाज़ में चालू कर दे। इससे पड़ोसियों का ख्याल आपके घर की ओर जाएगा और वो आपकी मदद कर सकेंगे।
• यदि मिर्च पाउडर डालना और टी. व्ही. चालू करना ये दोनों ही काम नहीं कर पायें, तो हमलावर के शरीर के नाज़ुक हिस्से पर जैसे कि पेनिस और नाक पर वार करें जिससे थोड़ी देर के लिए वो असावधान हो जायेगा और आपको अपना बचाव करने का मौका मिल जाएगा।
• आपको पता हैं कि घर में आप अकेली ही हैं, लेकिन झूठ-मूठ ही किसी को आवाज़ लगाएँ जैसे कि भैया…, अंकल...या कुछ और...इससे भी हमलावर का ध्यान भटकाने में मदद मिलेगी।
• किसी भी व्यक्ति को काम पर रखने से पहले उसके बारे में पर्याप्त जानकारी प्राप्त कर ले।
यदि घर से बाहर अकेली पैदल जा रहीं हैं तो-
• बाहर आने-जाने का अपना रुटीन एक जैसा न रखें। क्योंकि इससे कोई भी आप पर नजर रख कर आपके रास्ते पर पहले से घात लगा कर बैठ सकता हैं।
• हमेशा अपना मोबाइल फूल चार्ज रख कर उसे ऑन रखे। अपने क्षेत्र के महिला हेल्पलाइन नंबर और खुद के घर का नंबर स्पीड डायल पर रखे।
• सुनसान रास्ते पर फोन पर ज्यादा देर तक बात न करें और हेडफ़ोन का इस्तेमाल भी न करें। ऐसा करने से आप आसपास की आवाज़ों को सुन नहीं पायेंगी जिससे आपको अपना बचाव करने में दिक़्क़तों का सामना करना पड़ेगा।
• अपने मोबाइल का जीपीएस सिस्टम ऑन रखें।
• पर्स को हमेशा उस तरफ़ लटकायें जिस तरफ़ ट्रैफिक नहीं हैं। इससे बाइकवालों को छिनाझपटी करने का मौका नहीं मिलेगा।
• जहां तक संभव हो आने-जाने के लिए मेन रोड का ही इस्तेमाल करें। चाहे इससे आने-जाने में थोड़ी देर ही क्यों न लगे। जल्दबाजी के चक्कर में सुनसान और अंधेरे रास्ते को न चूने।
• भीड़भाड़ वाली सड़क पर अकेली बाई ओर से चलने की बजाय दाई ओर से चले। इससे सामने आ रहे हमलावर को पहचाने जाने का डर रहता हैं और आपको अपना बचाव करने में आसानी होगी।
• चाहे कितनी भी जल्दी हो ऐसे किसी व्यक्ति से लिफ्ट न लें जिसे आप अच्छे से न जानती हो। जैसे कि पड़ोसी या कॉलेज का कोई सहपाठी आदि।
• यदि आपको लगे कि कोई आपका पीछा कर रहा हैं, तो बिना डरे पास की किसी दुकान या होटल में घुस जाए और अंदर जाकर घरवालों को सुचीत करें। यदि पास में कोई ATM हो तो ATM में चले जाएं। वहां पर CCTV कैमरा होने से पहचाने जाने के डर से कोई बदतमीजी नहीं करेगा। यदि दुकान, होटल या ATM पास में न हो तो झटके से पीछे मुड़कर निडर होकर पीछा करनेवाले की आंखों में आँखें डालकर उससे पूछे, ‘’तुम मेरा पीछा क्यों कर रहे हो? यदि तुम इसी तरह पीछा करोगे तो मैं शोर मचाउंगी या पुलिस को बुलाउंगी” इससे हमलावर को लगेगा कि आप डरपोक नहीं हैं और शायद उसके हौसले पस्त हो जाएं।
• अपने पर्स में मिर्च स्प्रे या छोटी सी प्लास्टिक डब्बी (जैसे कि होमियोपैथी दवाइयों की आती हैं) में मिर्च पाउडर अपने पर्स में रखे। ताकि जरुरत पड़ने पर आप हमलावर की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर अपना बचाव कर सकती हैं। यदि वक्त पर आपके पास मिर्च पाउडर भी नहीं हैं तो पेन, छाता, बालों में लगानेवाली पीन इन चीजों का भी इस्तेमाल सूझबूझ से किया जा सकता हैं।
• क्या पहनना चाहिए ये आपका स्वयं का निर्णय हैं। लेकिन छोटे-छोटे, पारदर्शी और भडकाउं कपड़े पहनने पर छेड़छाड़ होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
ऑटो या बस में अकेली सफ़र कर रहीं हो तो-
• जहां तक संभव हो ऑटो रिक्शा या टैक्सी की जगह बस या ट्रेन का इस्तेमाल करें। ऐसी बस में ना चढ़े जिसमे सिर्फ़ दो या तीन ही लोग हो क्योंकि हो सकता हैं कि वे ड्राइवर या कंडक्टर के दोस्त ही हो! दिल्ली का निर्भया कांड बस में ही हुआ था।
• यदि बस स्टॉप सुनसान हो तो पास के किसी दुकान के पास खड़ी रहें जहां थोड़ी भीड़भाड़ हो।
• यदि ऑटो में अकेले सफ़र कर रही हैं तो ऑटो ड्राइवर और ऑटो के नंबर की फोटो घर पर व्हाट्स एप्प कर दे। यदि नेट नहीं चल रहा हो घर पर ऊंची आवाज़ में टैक्सी का नंबर बता दे। यदि फोन भी नहीं लग रहा हो तो भी झुठमुठ ही फोन करने का नाटक करके जोर से टैक्सी का नंबर बताये ताकि ड्राइवर को डर रहेगा कि वो पकड़ा जा सकता हैं। ऐसा करने के बावजूद यदि ऑटो ड्राइवर गलत रास्ते से ले जाता हैं तो अपने दुपट्टे या पर्स के हैंडल को ड्राइवर के गले में फंसाकर अपनी ओर खींचे और मदद के लिए चिल्लाएं। इससे उसका ध्यान गाडी पर से थोड़ा सा हट जाएगा जिससे गाड़ी की स्पीड कम हो जाएगी और आपको भागने का मौका मिल जाएगा।
यदि होटल में अकेले रुकना पडे तो-
• होटल वाले को बताएं कि आपके पापा, भाई या पति भी आने वाले हैं और वो कभी भी पहुंच सकते हैं। इससे उन्हें लगेगा कि आप अकेली नहीं हैं!
• कमरा अंदर से अच्छे से बंद करके रखें।
यदि लड़कों के साथ पार्टी कर रहीं हैं तो-
• डांस करते वक्त लड़कों के ज्यादा करीब न जाएं चाहे वह आपका बहुत अच्छा दोस्त ही क्यों न हो!
• पार्टी के वक्त शराब न पीयें। यदि शराब पीना ही हैं तो शराब की बोतल अपने सामने खुलवा कर ड्रिंक अपने सामने ही बनवायें ताकि कोई भी उसमें कुछ मिला न सके। यदि ड्रिंक लेते वक्त किसी काम से बाहर जाना पडे तो वापस आकर बची हुई ड्रिंक न ले क्योंकि उतनी देर में कोई उसमें कुछ भी मिला सकता हैं।
• कोल्ड ड्रिंक हो या शराब, एक साथ गटागट न पीएं। पहले छोटा सा घूंट ले, यदि उसका स्वाद जरा सा भी हटकर लगे तो उसे न पीएं।
• अपने ड्रिंक को कभी भी अकेला न रखे। ड्रिंक हमेशा वेटर की ट्रे से या सम्मिलीत जगह से ही ले।
• यदि ड्रिंक लेने के बाद थोड़े से भी चक्कर आदि महसूस हो, तो समझ जाएं कि ड्रिंक में कुछ मिला हुआ हैं। ऐसे में यदि आपको मेजबान पर भरोसा हो तो उसकी मदद ले सकती हैं। यदि नहीं तो तुरंत घर पर सुचीत करें या अपने किसी विश्वसनीय व्यक्ति को बुला लीजिए।
दोस्त के साथ बाहर जाना हो तो-
• अपने दोस्त के साथ कभी भी अकेले एकांत जगह पर न जाएं, चाहे आप उससे कितना भी प्यार क्यों न करती हो! यदि मजबुरीवश जाना ही पडे तो घर पर सूचना दे कर जाएं। फोन ब्वॉयफ़्रेंड के सामने उँची आवाज़ में करे ताकि वो सुन ले।
• यदि फोन के बाद आपका दोस्त गंतव्य स्थान बदलता हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। कोई बहाना कर बदले हुए स्थान पर जाना टाल दीजिए।
• माना कि आपको अपने प्यार पर पूरा-पूरा विश्वास हैं लेकिन एकांत जगह पर अन्य लोग आपका दोस्त और आपको, दोनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
• चलती गाड़ी में खींचने की कोशिश हो तो-
मदद के लिए जोर से चिल्लाएं। अपने हाथ, पैर और नाखुनों से जितना प्रतिरोध कर सकती हैं उतना करें। अपने पैरों को गाड़ी से ऐसे अडा दीजिए ताकि उन्हें आपको खींचने में परेशानी हो। यदि संभव हो तो उनके नाज़ुक अंगों पर प्रहार करने की कोशिश करें।
इन सब उपायों से महिलायें शत-प्रतिशत बच ही जायेगी इस बात की गारंटी नहीं हैं। लेकिन यदि महिलायें हौसला रख कर...बिना डरे...इन छोटे-छोटे उपायों का ख्याल रख कर मुकाबला करेगी तो छेड़छाड़, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं में यकीनन कमी आ सकती हैं!
निवेदन-
सभी माता-पिताओं से करबद्ध निवेदन हैं कि अपने बच्चों को स्विमिंग, स्केटिंग, डांस आदि कोई भी क्लास कराए या न कराए लेकिन उन्हें जुडो-कराटे का बेसिक प्रशिक्षण ज़रुर दिलवाएं ताकि कोई अनहोनी होने पर वे अपनी सुरक्षा खुद कर सके।
Keywords: Women security, rape, tampering, abduction, measures to protect yourself
Very helpful tips.
जवाब देंहटाएंज्योति दी,
जवाब देंहटाएंमहिला सुरक्षा को लेकर लिखा गया आपका यह जागरूक लेख, आपका यह प्रयास निश्चय ही सराहनीय है।
सादर आभार आपका दी।
नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रस्तुति BLOG "पाँच लिंकों का आनंद"
( http://halchalwith5links.blogspot.in ) में
गुरुवार 12 जुलाई 2018 को प्रकाशनार्थ 1091 वें अंक में सम्मिलित की गयी है।
प्रातः 4 बजे के उपरान्त प्रकाशित अंक अवलोकनार्थ उपलब्ध होगा।
चर्चा में शामिल होने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं, आइयेगा ज़रूर।
सधन्यवाद।
धन्यवाद, रविंद्र जी!
हटाएंhelpful ideas for girls ans women self protection
जवाब देंहटाएंइस लेख की जितनी प्रशंसा करो कम है उपयोगी और सुरक्षा के मां दण्ड स्थापित करता लेख।
जवाब देंहटाएंसाधुवाद।
धन्यवाद, कुसुम दी।
हटाएंआपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन बार-बार बहाए जाने के बीच ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को ब्लॉग बुलेटिन में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, सेंगर जी।
हटाएंसही कहा आपने ज्योति जी, हर महिला को अपनी रक्षा खुद करना सीखना होगा| इसके लिए आपने बहुत उपयोगी टिप्स दिए हैं जो निश्चित तौर पर महिलाओं के काम आयेंगे |
जवाब देंहटाएंVery helpful tips, madam. Thanks for publishing.
जवाब देंहटाएंIsko english mein bhi uplabdh karwayenge? South ke readers ke liye.
अभी दी, आपको यह लेख अच्छा लगा यह जानकर खुशी हुई। क्योंकि अच्छा लगा इसलिए ही आप चाहती है कि इसे इंग्लिश में भी प्रकाशित किया जाए। लेकिन मैं एक गृहिणी हूँ। इसलिए अब इंग्लिश भाषा में बोलने और लिखने की आदत छूटने से मैं आपका निवेदन पूरा करने में असमर्थ हूं। सॉरी...
हटाएंKoi baat nahi. Aap ki koshish acchi hai :)
जवाब देंहटाएंCongratulations for Hindi blogging- our Indian languages have equal right for blogging attention.My Hindi is a bit weak these days unfortunately :(
बहुत अच्छी प्रस्तुति के लिए आभार
जवाब देंहटाएंJyoti didi main apke tips ko girl me share kr du or social media per ya news paper me du aapki agya
जवाब देंहटाएंहा आप दे सकते हैं। लेकिन यदि नीचे मेरा नाम देना न भूलना।
हटाएं