क्या आज भी 'कन्यादान' के रस्म की जरुरत हैं?

यदि नारी को समाज में उसका उचित स्थान दिलाना हैं...यदि नारी एक वस्तु न होकर वो भी पुरुषों की तरह एक इंसान हैं...तो कृपया इस रस्म के बारे में एक बार सोचिएगा जरुर...

क्या आज भी 'कन्यादान' के रस्म की जरुरत हैं?
kya aaj bhi kanyadaan ke rasm ki jarurat hai? 

दोस्तों, जैसा कि मैंने अपनी एक पोस्ट "सकारात्मक पहल- एक विधवा ने किया अपनी बेटी का कन्यादान!!" में कहा था कि मैं कन्यादान के रस्म के बारे में चर्चा करूंगी...तो आज हम यह चर्चा करते हैं कि क्या आज भी 'कन्यादान' के रस्म की जरुरत हैं? इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमें पहले यह जानना आवश्यक हैं कि 'दान' किसे कहते हैं? किसी भी चल-अचल संपत्ति के स्वामी द्वारा उस वस्तु के लिए कोई मूल्य लिए बगैर यदि वह वस्तु किसी अन्य को हस्तांतरित की जाती हैं, तो उसे 'दान' कहते हैं। यहां यह ध्यान देने योग्य हैं कि दान में दी जाने वाली वस्तु का पूर्ण स्वामित्व दान देने वाले के पास होना आवश्यक हैं। मतलब दान की जाने वाली वस्तु दानदाता की निजी संपत्ति हो यह अति आवश्यक हैं। दान में मिली वस्तुओं की कद्र नहीं होती शायद इसलिए ससुराल वाले बहुओ की कद्र नहीं करते क्योंकि दान में मिली है सो चाहे जैसा इस्तेमाल करे...वाली सोच व्याप्त हो जाती है। हर नारी की हार्दिक इच्छा रहती है कि उसे एक इंसान समझा जाए, वस्तु समझ कर उसका दान न किया जाय। लेकिन परिवार और समाज के आगे उसकी नहीं चलती। युधिष्ठिर, जिन्हें हम धर्मराज कहते है उन्होंने भी द्रोपदी को एक वस्तु समझ कर पांचों भाइयों में बांट लिया था! उनके इस कृत्य का वास्तव में व्यापक पैमाने पर विरोध होना चाहिए था। लेकिन नारी को वस्तु मानने की मानसिकता के कारण ही सब चुप रहे!! कई लोग कहते हैं कि माता सीता का भी कन्यादान हुआ था। यह रीत तो आदिकाल से चली आ रही हैं...फ़िर आज की नारी किस खेत की मूली हैं? मुझे एक बात बताइए, माता सीता की तो अग्निपरीक्षा ली गई थी...उन के चरित्र पर शक करके उन्हें गर्भावस्था में वन में भी छोड़ा  गया था...क्या आप इन बातों को सही मानते हैं? नहीं न! तो फ़िर सिर्फ़ कन्यादान की रस्म को माता सीता का हुआ था इस आधार पर सही कैसे मान सकते हैं?

आइए, अब कन्यादान के विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हैं...

• कन्या वस्तु नहीं हैं!
दान किसी वस्तु का किया जाता हैं, इंसान का नहीं। हमारे संविधान में भी नारी-पुरुष समानता को मंज़ूरी दी हुई हैं। फ़िर कन्या का एक वस्तु की तरह दान कैसे किया जा सकता हैं? कन्या को सुखी और सुरक्षित ज़िंदगी सौंपने का मतलब यह कतई नहीं है कि उसे दान जैसे शब्द की सीमाओं में बांध कर उसकी गरिमा को कम किया जाए। 

• माता-पिता के पास पुत्री का पूर्ण स्वामित्व नहीं हैं!
यदि पुत्री को माता-पिता की संपत्ति मान लिया जाए तो इसका मतलब हुआ कि पिता को अपनी पुत्री का उपभोग करने का पूर्ण अधिकार हैं। किंतु ऐसी कल्पना भी करना हमारे लिए बिल्कुल असंभव, निंदनीय ही नहीं हैं तो समाजिक दृष्टी से भी यह महापाप हैं। इस दृष्टिकोण से पुत्री यदि पिता की निजी संपत्ति नहीं हैं तो पिता को क्या अधिकार हैं कि वो अपनी पुत्री का दान करें? वास्तव में माता-पिता कन्या का पालन-पोषण करते हैं इसलिए वे कन्या के पालक भर हैं, स्वामी नहीं। जब माता-पिता के पास कन्या का स्वामित्व ही नहीं हैं तो वे कन्या का दान कैसे कर सकते हैं?

• वर यह नहीं कहता कि मैं तुम्हें दानस्वरुप स्वीकार करता हूं।
शादी के वक्त अपनी होने वाली पत्नी से दिए गए सात वचनों में वर कहता हैं, ''तुम्हारी उपस्थिति मेरे लिए भगवान का आशीर्वाद जैसा हैं। तुम्हारे आने से मेरा जीवन पवित्र हो गया हैं। मैं यह वचन देता हूं कि इस संबंध को मैं पूरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ निभाऊंगा।'' वर कहीं भी यह नहीं कहता कि मैं तुम्हें दानस्वरुप स्वीकार करता हूं। बल्कि वर समर्पण की बात करता हैं। क्या दान लेने वाला समर्पण की बात करेगा? जब दान लेने वाले ने दान लिया ही नहीं तो दान की क्रिया पूर्ण कैसे हुई? और जब दान की क्रिया ही पूरी नहीं होती तो कन्यादान करने के मायने ही क्या हैं?

• क्या दान में मिली पत्नी 'गृहस्वामिनी' हो सकती हैं?
वर को यदि वधु दान के रुप में प्राप्त होती हैं तो वह उसकी दासी हुई। किंतु हमारे यहां पत्नी को 'गृहलक्ष्मी' और 'गृहस्वामिनी' कहा जाता हैं। क्या हमने कभी इस विरोधाभास के बारे में सोचा हैं? पहले जब पत्नी पति को खत लिखती थी तो अंत में लिखती थी आपकी दासी! एक तरफ पत्नी खुद को ही दासी मानती हैं तो दूसरी तरफ पति उसे गृहस्वामिनी कहता हैं! एक ही समय में पत्नी दासी और गृहस्वामिनी दोनों कैसे हो सकती हैं? सबसे बड़ी गौर करने वाली बात यह हैं कि क्या दासी और स्वामी में प्यार और आत्मिक संबंध संभव हैं? पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही आत्मिक, पवित्र और जन्मजन्मांतर का होता हैं ऐसा हम मानते हैं। इतने पवित्र रिश्ते को दान शब्द से जोड़ कर क्या हम उसे कलुषित नहीं करते? दान शब्द के भीतर किसी वस्तू को मुफ़्त में पा जाने की जो खुशी है वह कन्या की गरिमा को कम करती है और उस संवेदनशीलता को धक्का पहुंचाती है जिसमें दो शरीर दो आत्माएं सारे बंधन तोड़ कर एक होना चाहती है।

• जब 'गौ-दान का मतलब गाय का दान' होता हैं, तो 'कन्यादान का मतलब कन्या का दान' क्यों नहीं होता?
कुछ लोगों का कहना हैं कि कन्यादान का मतलब कन्या का दान नहीं होता! कन्यादान का वास्तविक अर्थ हैं जिम्मेदारी को सुयोग्य हाथों में सौंपना। मतलब यह कि अब तक कन्या के भरण-पोषण, विकास, सुरक्षा इन सभी बातों की जिम्मेदारी कन्या के माता-पिता की थी, अब वह ज़िम्मेदारी वर की हो गई हैं। इस तरह कन्यादान का वास्तविक अर्थ हैं जिम्मेदारियों का हस्तांतरण। मैं इन लोगों से पूछना चाहती हूं कि जब गौदान याने गाय का दान, अन्नदान याने अन्न का दान, नेत्रदान याने नेत्र का दान और देहदान याने देह का दान होता हैं तो फ़िर सिर्फ़ कन्यादान का मतलब कन्या का दान कैसे नहीं हुआ? अब चूंकि कन्या कोई वस्तु नहीं हैं और पढ़े-लिखे लोगों ने इस शब्द पर आपत्ति दर्शाना चालू कर दिया हैं इसलिए ये लोग कन्यादान को कन्या का दान न मानते हुए जिम्मेदारियों का हस्तांतरण कह रहे हैं।

• संविधान ने नारी को इंसान समझा हैं।
हमारे संविधान ने भी नारी को एक इंसान समझा हैं न की कोई दान देने योग्य वस्तु! इसलिए ही शादी के बाद भी कानूनन पिता की संपत्ति में बेटी का अधिकार होता हैं। क्या किसी दान में दी गई या ली गई वस्तु को इस तरह का कोई अधिकार मिल सकता हैं? कितने विरोधाभासों के बीच जीते हैं हम! एक तरफ हम बेटी और बेटा को एक समान कहते है इन्हें संपत्ति में समान अधिकार देते हैं और दूसरी ओर बेटी को वस्तु समझ कर दान भी कर देते हैं। 

• आज की नारी खुद की ज़िम्मेदारी खुद उठा सकती हैं।
चलिए, हम एक बार यह मान भी ले कि कन्यादान का मतलब जिम्मेदारियों का हस्तांतरण! तो प्राचीन काल में महिलाओं का कार्यक्षेत्र घर की चारदिवारी तक सीमित होने से और उनकी अपनी कोई आय नहीं होने से जिविकोपार्जन हेतु वे पुरुषों पर आश्रित थी। अत: उनकी ज़िम्मेदारी का हस्तांतरण ज़रुरी था। लेकिन आज की नारी तो अपनी ज़िम्मेदारी खुद उठा सकती हैं फ़िर यह ज़िम्मेदारी का हस्तांतरण क्यों? वैसे भी कोर्ट मैरेज में कन्यादान नहीं होता फ़िर भी वो शादी वैध कहलाती हैं न! तो फ़िर नारी को एक वस्तु मान कर अपमानित करनेवाली इस रस्म की आज भी जरुरत क्यों हैं?

यदि नारी को समाज में उसका उचित स्थान दिलाना हैं...यदि पुरुष और नारी को हम संसार रुपी रथ के दो पहिए मानते हैं...यदि नारी एक वस्तु न होकर वो भी पुरुषों की तरह एक इंसान हैं...तो कृपया इस रस्म के बारे में एक बार सोचिएगा जरुर...

Keywords: kanyadaan, women empowerment in hindi, superstitious beliefs, blind belief, religious, nari, 

COMMENTS

BLOGGER: 26
  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (11-03-2017) को "फूल और व्यक्ति" (चर्चा अंक-2906) (चर्चा अंक-2904) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।

      हटाएं
    2. बेनामी24/4/18, 4:05 pm

      aap daan ka vaastvik arth hi nhi jaanti ...daan Khushi ka hota h naa ki cheezon kaa...

      हटाएं
  2. बहोत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है ये , ऐसी Sensitive issues पे बात करना या सवाल उठाना आसान नाही होता,आपकी साहस को Salute.
    I am totally agree with the points you have covered here. These are very much logical.

    जवाब देंहटाएं
  3. Bilkul sahi kaha aapne.ham bas koi bhi pratha sadiyo se chali aa rahi hai isiliye karte jate hai.uske piche karne ka logic nahi dekhte.ek bahut hi vicharniya mudda hai ye.

    जवाब देंहटाएं
  4. कन्या न दान देने की वस्तु है न ही उसका हस्तांतरण ही उचित है ....कई बार वह मायके में ही आर्थिक सहयोग भी करती है....
    महत्वपूर्ण विषय पर विचारणीय आलेख....
    बहुत सुन्दर सार्थक पहल....

    जवाब देंहटाएं
  5. बेनामी11/3/18, 8:53 pm

    Great Blog Post.Thanks for publishing. I hope you will like my tourism post about Mussoorie http://www.indiatourfood.com/2018/03/india-backpacking-adventuretraveling-mussoorie-hillstation-centralindia.html

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत शानदार लेख ज्योति जी

    जवाब देंहटाएं
  7. आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन दांडी मार्च कूच दिवस और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

    जवाब देंहटाएं
  8. आदरणीय ज्योति जी नमस्कार
    आपके लेख सरहानीय एवं , विचारणीय हैं
    वास्तव में
    आज के युग में स्त्री ,पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है ,समस्त समाजिक ज़िम्मेवारियाँ सम्भाल रही है
    क्या वास्तव में इस युग में कन्यादान की आव्य्श्कता है
    कन्या दान का नहीं अभिमान का विषय है ।

    जवाब देंहटाएं
  9. इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सॉरी, आपकी टिप्पणी गलती से हट गई हैं।

      हटाएं
  10. जिस तरह से आप ने कन्यादान को कटघरे में खड़ा किया
    बहुत जल्द शादी जैसा बंधन भी अन्याय लगने लगेगा।
    क्या जरूरत है इस बंधन की गुलाब का शौक रखनेवाले काँटों से नहीं डरते।
    इस तरह तो कागज पर लिखित विवाह भी करारनामा ही है जैसे प्रॉपर्टी का किया जाता है।
    शादी जैसे पवित्र बंधन की उत्पत्ती विद्वानों द्वारा की गई और
    उनकी सोच पर प्रश्न चिन्ह लगा कर आज समाज खुद को महाविद्वान साबित कर रहा है।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. नीतु जी,आज समाज में विवाह के कारण ही परिवार जैसी संस्था टिकी हुई हैं। उसके औचित्य पर सवाल ही नहीं उठा सकते। यदि विवाह की रस्म ही नहीं हुई तो हमारा सामाजिक ढाचा पूरी तरह चरमरा जाएगा।
      मैंने यह कभी नहीं कहा कि हमारी सभी पुरानी परंपराए गलत हैं। जो आज के समय के अनुसार सही हैं उनका हमें पालन करना चाहिए औए जो सही नहीं हैं उन्हें समयानुसार या तो फेरबदल करना चाहिए या बंद करना चाहिए।

      हटाएं
    2. लड़की कुदरत की सबसे नायाब देन है
      लड़की को लोग पराई अमानत समझकर ही पालते है
      और कन्यादान करके माँ बाप उस ऋण से मुक्त होते है
      उनका यह अधिकार नहीं छीनना चाहिए

      हटाएं
  11. महत्वपूर्ण विषय पर सुन्दर सार्थक पहल ।
    धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  12. नमस्कार ज्योति जी...जिस विषय को आपने चिन्हित किया उसका जीता जागता उदाहरण हूँ मैं। आज से 30 साल पहले मैंने स्वयं की शादी में अपना कन्यादान होने से रोका था। एक लड़की वस्तु नहीं है कि उसका दान किया जाए। मैं पूर्णतया आपसे सहमत हूँ। आपको बहुत बहुत साधुवाद
    नीतू ठाकुर जी...हमारे रीति रिवाज एवं परम्पराएं समाज को सुचारु रूप से चलाने के लिए बने थे किन्तु वो जब बनाए गए होंगे तब उस समय की परिस्थिति, वातावरण एवं समय की क्या आवश्यकता रही होगी ये तो हम लोग नहीं जानते। ये तो प्रकृति का शाश्वत नियम है जो आज है वो कल नहीं रहेगा। क्या आज के परिप्रेक्ष में नारी को वस्तु के रूप में स्वीकार किया जा सकता है ? अगर ऐसा है तो फिर इसका तात्पर्य तो यही निकलता है कि नारी आज भी मात्र एक वस्तु है।

    जवाब देंहटाएं
  13. नीलिमा जी, आज से 30 साल पहले आपने इतना हौसला दिखाया इसके लिए सचमुच आप बधाई की पात्र हैं। मैं आपके साहस की दाद देती हूं। बहुत बढ़िया।

    जवाब देंहटाएं
  14. धन्यवाद ज्योति जी ...इस दिशा में प्रयास निरन्तर जारी है। सागर में बूंद बराबर सफलता भी मिली है। हौसला अफज़ाई के लिए शुक्रिया
    अगर समय मिले तो मेरे blog पर ज़रूर आईएगा।
    https//:neelimakumar.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  15. बेनामी2/6/22, 10:34 am

    Great job! Itne sensitive issue pe jaha aaj ki pidhi bhi baat karne ki utni himmat nahi kar pati, stand nahi le paati, aapka yeh lekh I hope sabko himmat and sadbuddhi de.

    जवाब देंहटाएं

नाम

'रेप प्रूफ पैंटी',1,#मीटू अभियान,1,#साड़ीट्विटर,1,10 मिनट रेसिपी,1,14 नवम्बर,1,15 अगस्त,4,1अक्टुबर,1,25 दिसम्बर,1,26 जनवरी,1,5 मिनट रेसिपी,1,5000 रुपए किलों का गुड़,1,6 नमकीन रेसिपी,1,6 मिठाई रेसिपी,1,8 मार्च,5,9 वी सालगिरह,1,अंंधविश्वास,1,अंकुरित अनाज,1,अंगदान,1,अंगुठी,1,अंगूर,2,अंगूर की जेली,1,अंगूर की लौंजी,1,अंगूर की सब्जी,1,अंग्रेजी,2,अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस,7,अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस,2,अंतिम संस्कार,1,अंधविश्वास,22,अंधश्रद्धा,20,अंधश्रध्दा,4,अंश,1,अग्निपरीक्षा,1,अग्रवाल,1,अग्रसेन जयंती,1,अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं,1,अचार,15,अच्छी आदतें,1,अच्छी पत्नी,1,अच्छी पत्नी चाहिए तो...,1,अच्छी ससुराल,1,अच्छे काम,1,अजब-गजब,3,अजय नागर,1,अतित,1,अदरक,1,अदरक का चूर्ण,1,अदरक-लहसुन पेस्ट,1,अधिकमास,1,अनमोल वचन,10,अनरसा,2,अनास्तासिया लेना,1,अनियन रिंग्स,1,अनुदान,1,अनुप जलोटा,1,अनोखा गिफ्ट,1,अनोखी शादी,1,अन्न,1,अन्य,38,अन्याय,1,अपमान,1,अपाहिज,1,अपेक्षा,1,अप्पे,4,अभिमान,1,अमरुद,1,अमरूद की खट्टी-मीठी चटनी,1,अमावस्या,1,अमावस्या को बाल धोना,1,अमीरी,1,अमेजन,1,अयोध्या,1,अरबी,1,अरुणा शानबाग,1,अरुनाचलम मुरुगनांथम,1,अलगाव,1,अवधेश,1,अवार्ड,2,अशोक चक्रधारी,1,असली हीरो,24,अस्पताल,1,अस्पतालों में बच्चों की मौत,1,आंवला,9,आंवला अचार,1,आंवला कैंडी,2,आंवला गटागट,1,आंवला चटनी,2,आंवला चुर्ण,1,आंवला मुरब्बा,1,आंवला लौंजी,1,आंवला शरबत,1,आंवले का अचार,1,आंवले का शरबत,1,आंवले की गटागट,1,आंवले के 8 व्यंजन,1,आइसक्रीम,1,आईसीयू ग्रेंडपा,1,आग,1,आज के जमाने की अच्छाइयां,1,आजादी,3,आज़ादी,1,आटे की चकली,1,आठवी सालगिरह,1,आतंकवादी,2,आत्महत्या,6,आत्मा,1,आदित्य तिवारी,1,आप बीती,1,आम,12,आम का अचार,1,आम का जैम,1,आम का पना,2,आम का मुरब्बा,2,आम की बर्फी,1,आम पापड़,1,आमरस,1,आयशा खान,1,आयशा सुसाइड साबरमती,1,आरओ,1,आरक्षण,3,आरती मोर्य,1,आलिया भट्ट,1,आलू,10,आलू की पापडी,1,आलू की मठरी,1,आलू की सब्जी,1,आलू के फिंगर्स और बॉल्स,1,आलू के लच्छेदार पकोड़े,1,आलू को स्टोर करना,1,आलू पापड़,1,आलू पोहा अप्पे,1,आलू प्याज के स्टफ्ड पकोड़े,1,आलू मसाला पूरी,1,आलू मेथी की सब्जी,1,आलू साबूदाना पापड़,1,आलू सूजी के कुरकुरे फिंगर,1,इंसान,2,इंसानियत का पाठ,1,इंस्टंट डोसा,2,इंस्टंट पनीर मखनी,1,इंस्टंट मावा,1,इंस्टंट स्नैक्स,2,इंस्टट ढोकला,1,इंस्टेंट कलाकंद बर्फी,1,इंस्टेंट कुल्फी,1,इंस्टेंट नींबू का खट्टा मीठा अचार,1,इंस्टेंट नूडल्स,1,इंस्टेंट मिठाई,1,इडली,3,इन्डियन टाइम,1,इमली,2,इम्युनिटी बूस्टर रेसिपी,1,इरोम शर्मिला,1,इलायची,1,इलायची पाउडर,1,इलोजी,1,इसे कहते है हिम्मत,1,ईद,1,ईश्वर,7,ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना,1,ईसा मसीह,1,ईसाई,1,उटी,1,उपमा,3,उपवास,1,उपवास का हांडवो,1,उपवास की इडली,1,उपहार,3,उमा शर्मा,1,उम्र,1,उम्र का लिहाज,1,ऋषि पंचमी,1,ऋषि सुनक,1,एक सवाल,1,एल पी जी गैस,1,एल्युमिनियम फॉयल पेपर,1,एल्युमीनियम,1,एल्युमीनियम के बर्तन,1,ऐनी दिव्या,1,ऐश ट्रे,1,ऐस्टरॉइड,1,ऑनलाइन,1,ओट्स,1,ओट्स वेजिटेबल ढोकला,1,ओरियो स्वीट रोल,1,ओरैया,1,और इज्जत बच गई,1,औरंगाबाद हादसा,1,कंगन,1,कंघा,1,कंडेंस्ड मिल्क,1,कंसन्ट्रेट आम पना,1,कच्चा केला,1,कच्चे आम,2,कच्चे आम का चटपटा पापड़,1,कच्चे आम की चाटवाली चटनी,1,कछुआ,1,कटलेट्स,2,कढ़ी,1,कद्दु,1,कद्दु के गुलगुले,1,कद्दू,1,कद्दू का बेसन,1,कन्यादान,4,कन्यामान,1,कबीर सिंह मूवी,1,कम तेल की रेसिपी,2,कमाई,1,कमाने वाली बहू,1,करवा चौथ,2,करवा चौथ शायरी,1,करवा-चौथ,7,कर्नाटक स्कूल,1,कर्नाटक हिजाब विवाद,1,कल्पना सरोज,1,कल्याणी श्रीवास्तव,1,कहानी,43,कांजी,1,कांजी वड़ा,1,काजू,2,काजू करी,1,काजू नमकपारे,1,काजू लोटस,1,कानून,1,कामवाली बाई,4,कालीन,1,किचन टिप्स,30,किचन सिंक,1,किटी पार्टी,1,किन्नर,1,कियारा आडवानी,1,किराए पर बीवियां,1,किसान,1,किसान आंदोलन,1,कुंडली मिलान,1,कुंबाकोणाम,1,कुंभ मेला,1,कुप्रथा,1,कुरकुरी भिंडी,1,कुरकुरे,1,कुरकुरे भिंडी बाइट्स,1,कुरडई,1,कुल्फी,1,कुल्फी प्रीमिक्स,1,कूकर,2,कृषि विधेयक 2020,1,केईएम् अस्पताल,1,केचप,1,कैंडी,1,कैरी मिनाती,1,कॉर्न,4,कॉर्न इडली,1,कोंडागांव,1,कोको कोला,1,कोरोना,4,कोरोना टिप्स,1,कोरोना वरीयर्स,2,कोरोना वायरस,8,कोरोना वैक्सीन,1,कोल्ड ड्रिंक,2,कोविड-19,2,कोवीड-19,2,कौए,1,क्रिसमस डे,4,क्रिसमस डे की शुभकामनाएं,1,क्रिस्टियानो रोनाल्डो,1,क्रिस्पी डोसा बनाने के सिक्रेट्स,1,क्षमा,2,क्षमा बिंदु,1,खजूर,3,खजूर इमली चटनी,1,खड़े होकर पानी पीना,1,खत,7,खबर,3,खरबूजा,2,खरबूजे का शरबत,1,खरेदी,1,खांडवी,1,खाटू फाल्गुन मेला,1,खाटू श्याम जी,1,खाद्य पदार्थ,1,खाना,3,खारक,1,खारी गरम,1,खाली पेट चाय,1,खीर,1,खुले में शौच,1,खुशी,3,खोया,2,गट्टे,1,गणतंत्र दिवस,1,गणेश चतुर्थी,5,गणेश चतुर्थी पर शायरी,1,गणेश चतुर्थी प्रसाद रेसिपी,1,गणेश जी,2,गन्ने का रस,1,गरम मसाला,1,गर्दन दर्द,1,गर्भवती महिला,1,गर्भावस्था,1,गर्भाशय,1,गलत व्यवहार,1,गलती,2,गांधी जयंती,1,गाजर,5,गाजर अप्पे,1,गाजर के पैनकेक,1,गाजर मूली का अचार,1,गाजर-मूली के दही बडे,1,गाय,1,गाली,1,गिफ्ट,1,गुजरात,1,गुजराती डिश,2,गुजिया,1,गुड़,1,गुड टच और बैड टच,2,गुड मॉर्निंग संदेश,1,गुड़हल,1,गुनगुना पानी,1,गुरु पूर्णिमा,1,गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं,1,गुलगुले,1,गुलाब जामुन,2,गुलाम कौन?,1,गुस्सा,1,गूगल ट्रेंड्स,1,गृहस्वामिनी,1,गेहूं,1,गेहूं का आटा,1,गेहूं के आटे की मठरी,1,गैस बर्नर,2,गोभी और चना दाल के बडे,1,गोरखपुर,1,गोरा रंग,1,गोल्डन ग्रेवी प्रीमिक्स,1,गौरी पराशर,1,ग्रीन टी,1,घंटी,1,घरेलू नुस्खे,1,घिया,1,घी,3,घी की नदी,1,घी खाने के फायदे,1,घोड़ी गीत,1,चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति,1,चकली,2,चटनी,15,चना दाल,1,चना दाल नमकिन,1,चमत्कार,1,चाँद पर जमीन,1,चाय,2,चाय मसाला,1,चावल,4,चावल के आटे की कुरडई,1,चावल के पापड़,1,चावल के फ्रायम,1,चाशनी,1,चाशनी वाली मावा गुजिया,1,चिवड़ा,1,चींटी,1,चींटीया,1,चीज,2,चीनी,1,चीनी देवता,1,चीला,5,चीले,2,चुडियां,1,चुर्ण,1,चूर्ण,6,छाछ,1,छींक,1,छोटी बाते,1,छोटे लेकिन काम के टिप्स,5,जज्बा,2,जनसंख्या,1,जन्मदिन,4,जन्मदिन की शुभकामनाएं,2,जन्मदिन पर धन्यवाद सन्देश,1,जन्माष्टमी,3,जन्माष्टमी रेसिपी,1,जमाना,1,जलेबी,1,जाट आंदोलन,1,जात-पात,1,जाति,3,जादुई दिया,1,जाम,1,जास्वंद,1,जिंदगी,2,जिम्नास्टिक,1,जींस,1,जीएसटी,1,जीरो ऑइल रेसिपी,5,जेएनयू,1,जेली,1,जैनी शैली,1,जैम,1,जोमैटो,1,जोयिता मंडल,1,जोरु का गुलाम,1,ज्योतिष विद्या,2,ज्वार की रोटी,1,ज्वेलरी,1,झाड़ू,1,झाड़ू का भूसा,1,झारखंड,1,झाले-वारणे,2,झूठ,1,टमाटर,1,टमाटर केचप,1,टमाटर प्यूरी,1,टमाटर सूप,1,टाइल्स,1,टाइल्स पर के सिलेंडर के दाग,1,टिप्स कॉर्नर,89,टी.व्ही. और सिनेमा,1,टेबल टेनिस,1,टॉयलेट सीट,1,टोक्यो ओलंपिक,2,टोक्यो पैरालंपिक,1,टोमैटो केचप,1,ठंडा पानी,1,ठंडे पेय,6,ठेचा,1,डर,2,डैंड्रफ,1,डॉक्टर,2,डॉटर्स डे,3,डॉटर्स डे विशेस,1,डॉटर्स डे शायरी,1,डोनाल्ड ट्रम्प,1,डोसा,2,ड्राई फ्रूट,2,ड्राई फ्रूट मोदक,1,ड्राई फ्रूट्स लड्डू,1,ड्रेगन,1,ढाबा स्टाइल सब्जी,2,ढाबे वाली दम अरबी,1,ढेबरा,1,ढोकला,2,ढोकले,1,तगार,1,तरबूज,4,तरबूज के छिलके का हलवा,1,तरबूज खरीदने के टिप्स,1,तरबूज स्टोरेज,1,तलाक,1,ताजे नारियल की बर्फी,1,तिल,5,तिल की कुरकुरी चिक्की,1,तिल के लड्डू,2,तिल गुड़ की रेवड़ी,1,तिल पपड़ी,1,तीज,1,तुलसी,2,तुलसी पूजन दिवस,1,तेजतर्रार बहू,1,तेल,1,तेलंगाना,1,तोरण,1,तोरण पर चिड़िया,1,तोहफ़ा,1,त्योहार,1,त्यौहार,1,थ्री इडियट्स,1,दक्षिणा,1,दर्द,1,दर्द का रिश्ता,1,दवा,1,दशहरा,1,दशहरा की शुभकामनाएं,1,दशहरा शायरी फोटो,1,दही,8,दही और लहसुन की चटनी,1,दही बड़े,1,दही भल्ले,1,दही मसाला भिंडी,1,दही वाली लौकी की सब्जी,1,दही सैंडविच,1,दहेज,3,दाग-धब्बे,2,दादा-दादी,1,दान,1,दाल,1,दाले,2,दासी,1,दिपावली,1,दिपावली बधाई संदेश,3,दिवाली,3,दिवाली मिठाई,2,दिवाली रेसिपी,5,दिशा,1,दीपावली शुभकामना संदेश,1,दीवाली रेसिपी,1,दुःख,1,दुध पावडर,1,दुबई,1,दुबई यात्रा,1,दुर्गा माता,1,दुल्हा,1,दुश्मन,1,दूध,4,दूध गुलकंद मोदक,1,देवी-देवताओं के गीत,1,देश सेवा,1,देशभक्ति,4,देशभक्ति शायरी,2,देहदान,1,दोस्त,2,दोस्ती,1,दोहता,1,धनतेरस शायरी,1,धनतेरस शुभकामनाए,1,धनिया,2,धनिया चटनी,2,धन्यवाद संदेश,2,धर्म,4,धर्मग्रंध,1,धार्मिक,66,नई जनरेशन,2,नए सात वचन,1,नक्सली,1,नजर,1,नजर कैसे उतारु,1,नदी में पैसे,1,नन्ही परी,1,नमक,1,नमक पारे,1,नमकपारे,1,नमकीन,2,नया साल,1,नरेद्र मोदी स्टेडियम,1,नवरात्र,2,नवरात्र स्पेशल,2,नवरात्रि,3,नवरात्रि की शुभकामनाएं,1,नवरात्रि रेसिपी,2,नवरात्रि शायरी फोटो,1,नवरात्री रेसिपी,11,नववर्ष,2,नववर्ष की शुभकामनाएं,2,नाइंसाफी,1,नाग पंचमी,1,नागरिकता संशोधन कानून,1,नानी,2,नाम,1,नारियल,3,नारियल की जटा,1,नारियल छिलने का तरीका,1,नारियल फोड़ना,1,नारियल बर्फ़ी,1,नारी,70,नारी अत्याचार,20,नारी शिक्षा,1,नाश्ता,1,निक वुजीकीक,1,निचली जाती,1,निमकी,1,निर्णयक्षमता,1,निर्भया,2,निवाला,1,नींबू,5,नींबू का अचार,2,नींबू का रस,1,नींबू का शरबत,1,नींबू के छिलके,1,नींबू को कैसे स्टोर करें?,1,नीडल थ्रेडर,1,नेत्रदान,1,नेपाल त्रासदी,1,नेल आर्ट,1,नेहा सांगवान,1,नॉन स्टिक तवा,1,न्याकिम गैटवेच,1,न्यू इयर रेसोल्युशन,1,न्यूजीलैंड,1,पकोडे,4,पकोड़े,3,पक्षी,1,पढ़ा-लिख़ा कौन?,1,पढ़ाई,1,पति,1,पति का अहं,1,पति की मौत,1,पति-पत्नी,1,पति-पत्नी संबंध,1,पत्ता गोभी,3,पत्ता गोभी की मुठिया,1,पत्नी,1,पत्र,2,पद्मपाणी स्कूल,1,पनीर,4,पनीर बटर मसाला,1,पनीर मोदक,1,पपीता,1,परंपरा,4,परफ्यूम,1,परवरिश,13,पराठा,2,पराठे,2,परिक्रमा,1,परीक्षा,2,परेशानी,1,पर्स,1,पल्ली उत्सव,1,पवित्र,1,पवित्रता,2,पसंदीदा शिक्षक को पत्र,1,पांच मिनट रेसिपी,1,पान,1,पान का शरबत,1,पान गुलकंद मोदक,1,पान शेक,1,पानी,2,पानी कैसे पीना चाहिए,1,पापड़,10,पायलट मोनिका खन्ना,1,पालक,6,पालक के डिजायनर चीले,1,पालक के नमक पारे,1,पालक चीला,1,पालक बडी,2,पाश्चात्य संस्कृति,1,पिता,2,पीरियड,1,पीरियड पॉलिसी,1,पीरियड्स,4,पीरियड्स डिले टेबलेट्स,1,पीवी सिंधु,1,पुण्य,2,पुरानी मान्यताएं,1,पुरुषोत्तम मास,1,पुलवामा हमला,1,पुष्कर,1,पूडी,2,पूतना,1,पूरी,1,पूरी या पराठे,2,पूर्वाग्रह,1,पेठे,1,पेड-पौधे,2,पेड़े,1,पेढे,1,पैड्मैन,1,पैदाइशी गरीब नहीं हूँ,1,पैनकेक,3,पैर धोना,1,पैर हिलाना,1,पैरेंटीग,1,पोर्न मूवी,1,पोषण,1,पोहा,4,पोहा रिंग्स,1,पोहे का चिवड़ा,1,पोहे के कुरकुरे,1,पौधे,1,प्याज,6,प्याज की चटनी,1,प्याज के क्रिस्पी पकोड़े,1,प्यार,5,प्यासा कौआ,1,प्रत्यूषा,1,प्रथा,1,प्रद्युम्न,1,प्रवासी मजदूर,2,प्रसन्न,1,प्राणियों से सीख,1,प्रियंका रेड्डी,1,प्री वेडिंग फोटोशूट,1,प्रीमिक्स,4,प्रेम,1,प्लास्टिक कंटेनर,1,प्लास्टिक ढक्कन,1,प्लास्टिक बाल्टी कैसे साफ़ करे,1,फ़टी एड़िया,1,फर्रुखाबाद,1,फल,2,फल और सब्जी खरीदने से पहले,1,फलाहार,1,फलाहारी दही वडे,1,फल्लिदाने,1,फादर्स डे,3,फिंगर,1,फूल,1,फूल गोभी के परांठे,1,फ़ेंगशुई,1,फेसबुक,2,फैशन,1,फ्रायम,1,फ्रिज,1,फ्रिज में सब्जी,1,फ्रेंडशीप डे,1,फ्रेंडशीप डे शायरी,1,फ्लश,1,बंटवारे की अनोखी शर्त,1,बंद सिंक,1,बकरीद,1,बची हुई सामग्री का उपयोग,1,बच्चे,12,बच्चे की ज़िद,1,बच्चें,3,बच्चों के प्रोजेक्ट,1,बछबारस,1,बटर,1,बड़ा कौन?,1,बढ़ती उम्र,2,बदला,1,बदलाव,1,बधाई संदेश,4,बन्ना-बन्नी गीत,1,बरबादी,1,बराबरी,1,बर्फ़,1,बर्फी,5,बर्फ़ी,1,बर्बरीक,1,बलात्कार,11,बसंत पंचमी,1,बसंत पंचमी की शुभकामनाए,1,बहन की रक्षा,1,बहू,8,बहू जैसा प्यार,1,बागवानी,2,बाजरा,2,बाजरा मेथी का ढेबरा,1,बाजरे की मीठी मठरी,1,बादाम और खसखस का हलवा,1,बाल दिवस,1,बाल धोना,2,बाल शोषण,2,बाहर का खाना,1,बिंदायक गीत,1,बिकिनी,1,बिना गैस रेसिपी,5,बिना चाशनी की मिठाई,3,बिना प्याज लहसुन की रेसिपी,7,बिमारियों की असली वजह,1,बिल्ली के गले में घंटी,1,बिस्किट,1,बिस्कुट,1,बिहार,1,बीएस येदियुरप्पा,1,बुढ़ापा,1,बुर्ज अल-अरब,1,बुर्ज खलीफा,1,बुलंदशहर गैंगरेप,1,बुलबुल के पंख,1,बूरा,1,बेटा,3,बेटा पढाओ,1,बेटियां,1,बेटी,9,बेटी बचाओ अभियान,2,बेटे का फ़र्ज,1,बेबस और निरीह जानवर,1,बेबी फार्मिंग,1,बेमेल आहार,1,बेसन,2,बेसन के लड्डू,1,बेसन वाली कुरकुरी हरी मिर्च,1,बैंगन,1,बोझ,1,बोर होना,1,ब्रम्हाजी,1,ब्रिटेन के प्रधानमंत्री,1,ब्रेकअप,1,ब्रेकिंग न्यूज,1,ब्रेड,7,ब्रेड की रसमलाई,2,ब्रेड के शक्करपारे,1,ब्रेड पकोडा,1,ब्रेड पिस्ता पेढे,1,ब्रेड मलाई रोल,1,ब्रेड सैंडविच ढोकला,1,ब्रेन हेमरेज,1,ब्लैकमेल,1,ब्लॉगअद्दा एक्टिविटी,1,ब्लॉगर ऑफ द इयर 2019,1,ब्लॉगर्स रिकोग्निशन अवार्ड,1,ब्लॉगिंग,8,ब्ल्यू व्हेल गेम,1,भक्ति,1,भगर,5,भगर की इडली,1,भगर के उत्तपम,1,भगर के कटलेट,1,भगवान,4,भजिए,2,भरता,1,भरवां मिर्च,1,भरवां शिमला मिर्च,1,भरवां हरी मिर्च का अचार,1,भाई दूज शायरी,1,भाकरवडी,1,भाकरवड़ी,1,भागीरथी अम्मा,1,भात गीत,1,भाभी,1,भारत,2,भारतीय नारी,1,भारतीय मसाले,1,भाविना पटेल,1,भिंडी,3,भिखारी,1,भुट्टे के पकोड़े,1,भूकंप,1,भूख,1,भोंदू,1,भोजन,1,भ्रुण हत्या,1,मंदसौर गैंग रेप,1,मंदिर,4,मंदिरों में ड्रेस कोड़,1,मंदिरों में दक्षिणा,1,मकई,5,मकई उपमा,1,मकई चीला,1,मकई पकोडे,1,मकर संंक्रांति,1,मकर संक्रांति,5,मकर संक्रांति की शुभकामनाएं,1,मकर संक्राति,1,मखाना,1,मखाने के लड्डू,1,मजेदार पहेलियाँ,3,मटके पर औंधा लोटा,1,मटर,4,मटर के अप्पे,1,मटर के पकोड़े,1,मटर पनीर,1,मठरी,8,मठ्ठा,1,मणिपुर,1,मणिपुर वायरल वीडियो,1,मथुरा के पेड़े,1,मदर्स डे,6,मदर्स डे का गिफ्ट,1,मम्मी,2,मर्द,1,मल मास,1,मलाई,3,मलाई पनीर,1,मलाई फ्रूट सलाद,1,मलाई से घी निकालना,1,मल्ला तामो,1,मसाला छाछ,1,मसाला मठरी,2,मस्जिद,1,महात्मा गांधी जी,2,महानता,1,महाराजा अग्रसेन जी,1,महाराष्ट्र में आरक्षण,1,महिला आजादी,1,महिला आरक्षण,1,महिला दिवस,4,महिला सशक्तिकरण,4,महिला सुरक्षा,1,महिलाओं का पहनावा,1,माँ,7,माँ का दर्द,1,माँ की हिम्मत,1,माउथ फ्रेशनर,1,माता यशोदा,1,माता लक्ष्मी,1,मातृभाषा,1,माफी,1,मायका,2,मारवाड़ी,1,मारवाडी रेसिपी,1,मार्केटिंग स्ट्रेटेजी,1,मार्बल,1,माला,1,मावा,1,मावा कुल्फी,1,मावा गुलाब जामुन,1,मासिक धर्म,3,माहवारी,8,मिठाई,52,मिठाई मेट,1,मित्र,2,मिलावट,1,मिलावट पहचानने के घरेलू तरीके,1,मिलिबग्स,1,मिल्क पाउडर,1,मिल्कमेड,1,मिस इंडिया 2019,1,मीठा नीम,1,मीठे चावल,1,मीठे चीले,1,मीठे जर्दा चावल,1,मुक्ति,1,मुखवास,1,मुनगा,1,मुबारकपुर कला,1,मुरब्बा,1,मुरमुरा,1,मुरमुरा लड्डू,1,मुर्गा,1,मुर्गे की बांग,1,मुलेठी,1,मुस्लिम,1,मुस्लिम मंच,1,मुहूर्त,1,मूंग की दाल,1,मूंग की दाल का हलवा,1,मूंग दाल,3,मूंग दाल चीला,1,मूंग दाल डोसा,1,मूंग़ दाल लड्डू,1,मूंगदाल और आटे की कुरकुरी मठरी,1,मूंगफली,1,मूंगफली काजू बर्फी,1,मूंगफली की सूखी चटनी,1,मूंगफली बर्फी,1,मूली,5,मूली का अचार,1,मूली की चटनी,1,मूली के पत्तों के कुरकुरे कटलेट्स,1,मेंढक,1,मेंस्ट्रुअल कप,2,मेंहदी,10,मेडिसिन बाबा,1,मेथी,2,मेथी के पराठे,1,मेथी दाना चुर्ण,1,मेथी मटर मलाई,1,मेनु,1,मेरा बेटा,1,मेरा मंत्र,3,मेरा श्राद्ध कर,1,मेरा सपना,1,मेरी अग्नि परीक्षा,1,मेरी बहू,1,मेरी बात,16,मैंगो फ्रूटी,1,मैंगो श्रीखंड,1,मैदा के मीठे पेठे,1,मैनर्स,1,मोदक,4,मोबाइल,1,मोबाइल की लत,1,म्रुत्युभोज,1,याकूब मोहम्मद,1,युरो 2020,1,यू ए ई,1,रंग,1,रंग पंचमी,1,रक्तदान,1,रक्तदान के फायदे,1,रक्षा बंधन,3,रक्षाबंधन,4,रक्षाबंधन शायरी,1,रजस्वला नारी,5,रवा इडली,1,रवा मठरी,1,रसे वाली अरबी,1,रसोई,224,रसोई गैस,1,रांगोली,3,राक्षसी ढुंढी,1,राखी,6,राखी का अनोखा गिफ्ट,1,राखी स्पेशल मिठाई,1,राज की बात,1,राजगिरा आटा,2,राजगिरा आटा बर्फ़ी,1,राजगिरा आटा लड्डू,1,राजभाषा,1,राजस्थानी समाज,2,राजस्व,1,राजा जनक,1,रातिजगा,1,रातिजगा के गीत,1,राम,3,राम नाम सत्य है,1,राम मंदिर,1,राम रहीम,1,रामनवमी,1,रामनवमी की शुभकामनाएं,1,राशिफल,1,राशी-भविष्य,1,राष्ट्रगान,1,राष्ट्रगीत,1,राष्ट्रभाषा,1,रिती-रिवाज,1,रिफाइंड ऑयल,1,रिफाइंड ऑयल के नुकसान,1,रिफाइंड तेल,1,रिश्ते,1,रीतिरिवाज,4,रुपया-पैसा,1,रूस-युक्रेन युद्ध,1,रेणुका मिश्रा,1,रेन वाटर हार्वेस्टिंग,1,रेवड़ी,1,रेसोल्युशन,1,रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम,1,रेस्टोरेंट स्टाइल सब्जी,3,रेस्टोरेंट स्टाईल दही वाली धनिया चटनी,1,रैंचो,1,रोटी,5,रोस्टेड मूंगफली,1,लकड़ी की राख,1,लकवा,1,लकी फेस,1,लकी या अनलकी चेहरा,1,लक्खी मेला,1,लघुकथा,35,लच्छेदार मठरी,1,लड्डू,10,लसोड़ा,1,लसोड़े की सब्जी,1,लहसुन,1,लहसुनी पालक,1,लाइटर,1,लाइफ स्किल्स,1,लाफिंग बुद्धा,1,लार,1,लाल मिर्च,1,लाल मिर्च का अचार,1,लाल मिर्च की सूखी चटनी,1,लिव इन,1,लिव इन रिलेशनशिप,1,लीव इन रिलेशनशिप,1,लेसवा,2,लेसवा का भरवां अचार,1,लेसवा की लौंजी,1,लेसुए,1,लैंगिक समानता,1,लॉकडाउन,3,लॉटरी,1,लोकल ट्रेन,1,लोकसभा चुनाव,1,लोग क्या कहेंगे?,1,लौंजी,2,लौकी,5,लौकी का भरता,1,लौकी का हलवा,1,लौकी की बड़ी,1,लौकी की सब्जी,2,लौकी के गट्टे,1,वक्त,1,वटसावित्री व्रत,1,वर,1,वर्जिनिटी टेस्ट,1,वर्तमान,1,वर्षा जल संग्रहण,1,वर्षा जल संचयन,1,वाटर प्यूरीफायर,1,वायरल फोटो,1,वारी के हनुमान,1,विज्ञापन,2,विदर्भ स्पेशल रेसिपी,1,विधवा,2,विधवा ने किया कन्यादान,1,विधवा विवाह,1,विरुद्ध आहार,1,विवाह,1,विवाह संस्कार,1,विशाखापट्टनम रेप कांड,1,विश्व साड़ी दिवस,1,वी दा सावरकर,1,वृंदावन,1,वृद्धावस्था,1,वेज कटलेट्स,1,वेजिटेबल डोसा,1,वेजिटेबल पैनकेक,1,वैलेंटाइन गिफ़्ट,1,वैलेंटाइन डे,4,वैलेंटाइन डे शायरी,1,वैश्विक महामारी,1,वोट,1,वोट की किंमत,1,व्यंग,17,व्यायाम,1,व्रत,2,व्रत के दही भल्ले,1,व्रत रेसिपी,28,व्रत स्पेशल,2,व्हाट्स एप्प,1,व्हाट्सएप स्टेटस,1,शकरकंद,2,शकरकंद की जलेबी,1,शकरकंद को कैसे भुने,1,शकुन-अपशकुन,2,शक्करपारे,3,शनि देव,1,शबनम मौसी,1,शब्द,1,शरबत,8,शराब की दुकान,1,शर्बत,1,शर्म,3,शवयात्रा,1,शहद,1,शहनाज गिल,1,शादी,17,शादी की खरेदी,1,शादी की फ़िजूलखर्ची का बिल,1,शादी की सालगिरह,1,शादी के सालगिरह की शुभकामनाएं,1,शादी-ब्याह,4,शायरी,9,शावर,1,शाहिद कपूर,1,शिक्षक दिन,2,शिक्षक दिवस पर शायरी,1,शिक्षा,7,शिमला मिर्च,1,शिव,1,शिवपुरी,1,शिवलिंग,2,शिवलिंग परिक्रमा,1,शुद्ध शहद की पहचान,1,शुभ कार्य,1,शुभ मुहूर्त,2,शुभ-अशुभ,4,शुभकामना संदेश,1,शोक संदेश,1,श्रद्धांजलि मैसेज,1,श्रद्धांजलि शायरी,1,श्राद्ध,4,श्राद्ध का खाना,1,श्रीकृष्ण,3,श्रीराम,1,श्रीराम की बहन,1,श्रीराम जन्मभूमि,1,श्रेष्ठता,1,संत निकोलस,1,संतोष की मुस्कान,1,संसद,1,संस्कार,1,संस्कृति,1,संस्मरण,10,सकारात्मक पहल,3,सच बोलने की प्रेरणा,1,सजा मुझे क्यों,1,सतबीर ढिल्लो,1,सपना,2,सफलता,1,सफेद कीड़े,1,सफेद बाल,1,सब्जियों का अचार,1,सब्जियों की कांजी,1,सब्जी,27,समय,2,समाजसेवा,2,समाजिक,1,समाधान,1,समावत चावल,3,समोसा,1,सर के बाल,2,सरोगेट मदर,1,सलाद,2,ससुराल,4,सस्ते कपड़े,1,सहजन,1,सहजन/मुनगा की कढ़ी,1,सहशिक्षा,1,सांता क्लॉज,2,सांप,2,सांभर वडी,1,सांवला या काला रंग,1,साउथ इंडियन डिश,3,साक्षात्कार,5,सागर में ज्वार,1,साड़ी,1,सात फेरे,1,सात वचन,1,सातवीं सालगिरह,1,साफ-सफाई,1,साबुदाना,3,साबुदाना के अप्पे,1,साबुदाना पापड़,2,साबुदाने लड्डू,1,साबुन,1,साबूदाना,4,साबूदाना कटलेट,1,साबूदाना खिचड़ी,1,साबूदाना वड़ा,1,सामाजिक,119,सामाजिक कार्यकर्ता,1,सालगिरह,9,सावन,2,सास,4,साहित्य,152,सिंगल पैरेंट,1,सिंदूर,1,सिध्दार्थ शुक्ला,1,सिरका,1,सिलेंडर,1,सीएए,1,सीकर,1,सीख-सुहानी,2,सीनियर सिटीजन,1,सीनियर सिटीजन ग्रुप,1,सीनू कुमारी,1,सुंदरता,1,सुई,1,सुखी,1,सुजी,1,सुप्रभात संदेश,1,सूखी मूंग की दाल का हलवा,1,सूजी,5,सूजी की मठरी,1,सूजी के दही बड़े,1,सूजी के पापड़,1,सूजी के लड्डू,2,सूप,1,सेंधा नमक,1,सेनेटरी नेपकिन,2,सेनेटरी पैड,1,सेब,2,सेब के छिलके,1,सेलिब्रिटी,1,सेलिब्रेटी,1,सेव मेरिट सेव नेशन,1,सेवई उपमा,1,सेहत,11,सैंडविच,1,सैंडविच चटनी,1,सैनिक को पत्र,1,सैनिको को पाती,1,सोच,1,सोनम वांंगचुक,1,सोलर हीटेड मिलिट्री टेंट,1,सोलो यूट्यूबर,1,सोलोगैमी,1,सोशल मीडिया,2,सौंदर्या,1,सौंफ,1,सौंफ का शरबत,1,सौंफ प्रीमिक्स,1,सौतेली माता,1,सौभाग्यशाली,1,स्कूल,3,स्कूल यूनिफॉर्म,1,स्टफ्ड आम पापड़,1,स्टफ्ड मैंगो रोल,1,स्टार्टर,2,स्टिकर्स,1,स्टिकर्स कैसे हटाये,1,स्टैच्यु ऑफ यूनिटी,1,स्त्री,2,स्नान,1,स्नैक्स,85,स्पाइसजेट,1,स्व,1,स्वतंंत्रता दिन,1,स्वतंत्रता दिन,2,स्वयं से प्यार,1,स्वर्ग और नर्क,1,स्वाथ्य,2,स्वाभिमान,1,स्वास्थ,2,स्वास्थ्य,28,स्वीट कॉर्न,1,स्वीट कॉर्न खीर,1,हंस,1,हनुमान जी,2,हर घर तिरंगा,1,हरा चना,1,हरियाली तीज की शुभकामनाएं,1,हरी मटर,1,हरी मटर के पैनकेक,1,हरी मटर को कैसे स्टोर करें,1,हरी मिर्च,6,हरी मिर्च और दही की चटनी,1,हरी मिर्च का अचार,1,हरे चने की बर्फी,1,हलवा,4,हांडवो,2,हाउसवाइफ,1,हाथी,1,हार्ट अटैक,1,हिंदी उखाणे,1,हिंदी उखाने,1,हिंदी कहानी,5,हिंदी गीत,1,हिंदी दिवस,1,हिंदी शायरी,41,हिंदु,1,हिंदू धर्म,2,हिजाब,1,हिम्मत,1,हिरण्यकश्यप,1,हेयर कलर,1,हैंड सैनिटाइजर,1,हैंडल,1,हैसियत,1,होटल,1,होममेकर,1,होलिका की पूजा,1,होली,1,होली की शुभकामनाएं,1,होली रेसिपी,2,
ltr
item
आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल: क्या आज भी 'कन्यादान' के रस्म की जरुरत हैं?
क्या आज भी 'कन्यादान' के रस्म की जरुरत हैं?
यदि नारी को समाज में उसका उचित स्थान दिलाना हैं...यदि नारी एक वस्तु न होकर वो भी पुरुषों की तरह एक इंसान हैं...तो कृपया इस रस्म के बारे में एक बार सोचिएगा जरुर...
https://3.bp.blogspot.com/-mAelibXZQUE/Wovxq_Rr8yI/AAAAAAAAGzk/x9yRdFj7EtQSlhPNC78O4p_Efa2t2J96wCLcBGAs/s320/kanyadaan.jpg
https://3.bp.blogspot.com/-mAelibXZQUE/Wovxq_Rr8yI/AAAAAAAAGzk/x9yRdFj7EtQSlhPNC78O4p_Efa2t2J96wCLcBGAs/s72-c/kanyadaan.jpg
आपकी सहेली ज्योति देहलीवाल
https://www.jyotidehliwal.com/2018/03/kya-aaj-bhi-kanyadaan-ke-rasm-ki-jarurat-hai.html
https://www.jyotidehliwal.com/
https://www.jyotidehliwal.com/
https://www.jyotidehliwal.com/2018/03/kya-aaj-bhi-kanyadaan-ke-rasm-ki-jarurat-hai.html
true
7544976612941800155
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy