'रेप प्रूफ पैंटी',1,#मीटू अभियान,1,#साड़ीट्विटर,1,10 मिनट रेसिपी,1,14 नवम्बर,1,15 अगस्त,4,1अक्टुबर,1,25 दिसम्बर,1,26 जनवरी,1,5 मिनट रेसिपी,1,5000 रुपए किलों का गुड़,1,6 नमकीन रेसिपी,1,6 मिठाई रेसिपी,1,8 मार्च,5,9 वी सालगिरह,1,अंंधविश्वास,1,अंकुरित अनाज,1,अंगदान,1,अंगुठी,1,अंगूर,2,अंगूर की जेली,1,अंगूर की लौंजी,1,अंगूर की सब्जी,1,अंग्रेजी,2,अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस,7,अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस,2,अंतिम संस्कार,1,अंधविश्वास,22,अंधश्रद्धा,20,अंधश्रध्दा,4,अंश,1,अग्निपरीक्षा,1,अग्रवाल,1,अग्रसेन जयंती,1,अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं,1,अचार,15,अच्छी आदतें,1,अच्छी पत्नी,1,अच्छी पत्नी चाहिए तो...,1,अच्छी ससुराल,1,अच्छे काम,1,अजब-गजब,3,अजय नागर,1,अतित,1,अदरक,1,अदरक का चूर्ण,1,अदरक-लहसुन पेस्ट,1,अधिकमास,1,अनमोल वचन,10,अनरसा,2,अनास्तासिया लेना,1,अनियन रिंग्स,1,अनुदान,1,अनुप जलोटा,1,अनोखा गिफ्ट,1,अनोखी शादी,1,अन्न,1,अन्य,39,अन्याय,1,अपमान,1,अपाहिज,1,अपेक्षा,1,अप्पे,4,अभिमान,1,अमरुद,1,अमरूद की खट्टी-मीठी चटनी,1,अमावस्या,1,अमावस्या को बाल धोना,1,अमीरी,1,अमेजन,1,अयोध्या,1,अरबी,1,अरुणा शानबाग,1,अरुनाचलम मुरुगनांथम,1,अलगाव,1,अवधेश,1,अवार्ड,2,अशोक चक्रधारी,1,असली हीरो,24,अस्पताल,1,अस्पतालों में बच्चों की मौत,1,आंवला,9,आंवला अचार,1,आंवला कैंडी,2,आंवला गटागट,1,आंवला चटनी,2,आंवला चुर्ण,1,आंवला मुरब्बा,1,आंवला लौंजी,1,आंवला शरबत,1,आंवले का अचार,1,आंवले का शरबत,1,आंवले की गटागट,1,आंवले के 8 व्यंजन,1,आइसक्रीम,1,आईसीयू ग्रेंडपा,1,आग,1,आज के जमाने की अच्छाइयां,1,आजादी,3,आज़ादी,1,आटे की चकली,1,आठवी सालगिरह,1,आतंकवादी,2,आत्महत्या,6,आत्मा,1,आदित्य तिवारी,1,आप बीती,1,आम,12,आम का अचार,1,आम का जैम,1,आम का पना,2,आम का मुरब्बा,2,आम की बर्फी,1,आम पापड़,1,आमरस,1,आयशा खान,1,आयशा सुसाइड साबरमती,1,आरओ,1,आरक्षण,3,आरती मोर्य,1,आलिया भट्ट,1,आलू,10,आलू की पापडी,1,आलू की मठरी,1,आलू की सब्जी,1,आलू के फिंगर्स और बॉल्स,1,आलू के लच्छेदार पकोड़े,1,आलू को स्टोर करना,1,आलू पापड़,1,आलू पोहा अप्पे,1,आलू प्याज के स्टफ्ड पकोड़े,1,आलू मसाला पूरी,1,आलू मेथी की सब्जी,1,आलू साबूदाना पापड़,1,आलू सूजी के कुरकुरे फिंगर,1,इंसान,2,इंसानियत का पाठ,1,इंस्टंट डोसा,2,इंस्टंट पनीर मखनी,1,इंस्टंट मावा,1,इंस्टंट स्नैक्स,2,इंस्टट ढोकला,1,इंस्टेंट कलाकंद बर्फी,1,इंस्टेंट कुल्फी,1,इंस्टेंट नींबू का खट्टा मीठा अचार,1,इंस्टेंट नूडल्स,1,इंस्टेंट मिठाई,1,इडली,3,इन्डियन टाइम,1,इमली,2,इम्युनिटी बूस्टर रेसिपी,1,इरोम शर्मिला,1,इलायची,1,इलायची पाउडर,1,इलोजी,1,इसे कहते है हिम्मत,1,ईद,1,ईश्वर,7,ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना,1,ईसा मसीह,1,ईसाई,1,उटी,1,उपमा,3,उपवास,1,उपवास का हांडवो,1,उपवास की इडली,1,उपहार,3,उमा शर्मा,1,उम्र,1,उम्र का लिहाज,1,ऋषि पंचमी,1,ऋषि सुनक,1,एक सवाल,1,एल पी जी गैस,1,एल्युमिनियम फॉयल पेपर,1,एल्युमीनियम,1,एल्युमीनियम के बर्तन,1,ऐनी दिव्या,1,ऐश ट्रे,1,ऐस्टरॉइड,1,ऑनलाइन,1,ओट्स,1,ओट्स वेजिटेबल ढोकला,1,ओरियो स्वीट रोल,1,ओरैया,1,और इज्जत बच गई,1,औरंगाबाद हादसा,1,कंगन,1,कंघा,1,कंडेंस्ड मिल्क,1,कंसन्ट्रेट आम पना,1,कच्चा केला,1,कच्चे आम,2,कच्चे आम का चटपटा पापड़,1,कच्चे आम की चाटवाली चटनी,1,कछुआ,1,कटलेट्स,2,कढ़ी,1,कद्दु,1,कद्दु के गुलगुले,1,कद्दू,1,कद्दू का बेसन,1,कन्यादान,4,कन्यामान,1,कबीर सिंह मूवी,1,कम तेल की रेसिपी,2,कमाई,1,कमाने वाली बहू,1,करवा चौथ,2,करवा चौथ शायरी,1,करवा-चौथ,8,कर्नाटक स्कूल,1,कर्नाटक हिजाब विवाद,1,कल्पना सरोज,1,कल्याणी श्रीवास्तव,1,कहानी,43,कांजी,1,कांजी वड़ा,1,काजू,2,काजू करी,1,काजू नमकपारे,1,काजू लोटस,1,कानून,1,कामवाली बाई,4,कालीन,1,किचन टिप्स,30,किचन सिंक,1,किटी पार्टी,1,किन्नर,1,कियारा आडवानी,1,किराए पर बीवियां,1,किसान,1,किसान आंदोलन,1,कुंडली मिलान,1,कुंबाकोणाम,1,कुंभ मेला,1,कुप्रथा,1,कुरकुरी भिंडी,1,कुरकुरे,1,कुरकुरे भिंडी बाइट्स,1,कुरडई,1,कुल्फी,1,कुल्फी प्रीमिक्स,1,कूकर,2,कृषि विधेयक 2020,1,केईएम् अस्पताल,1,केचप,1,कैंडी,1,कैरी मिनाती,1,कॉर्न,4,कॉर्न इडली,1,कोंडागांव,1,कोको कोला,1,कोरोना,4,कोरोना टिप्स,1,कोरोना वरीयर्स,2,कोरोना वायरस,8,कोरोना वैक्सीन,1,कोल्ड ड्रिंक,2,कोविड-19,2,कोवीड-19,2,कौए,1,क्रिसमस डे,4,क्रिसमस डे की शुभकामनाएं,1,क्रिस्टियानो रोनाल्डो,1,क्रिस्पी डोसा बनाने के सिक्रेट्स,1,क्षमा,2,क्षमा बिंदु,1,खजूर,3,खजूर इमली चटनी,1,खड़े होकर पानी पीना,1,खत,7,खबर,3,खरबूजा,2,खरबूजे का शरबत,1,खरेदी,1,खांडवी,1,खाटू फाल्गुन मेला,1,खाटू श्याम जी,1,खाद्य पदार्थ,1,खाना,3,खारक,1,खारी गरम,1,खाली पेट चाय,1,खीर,1,खुले में शौच,1,खुशी,3,खोया,2,गट्टे,1,गणतंत्र दिवस,1,गणेश चतुर्थी,5,गणेश चतुर्थी पर शायरी,1,गणेश चतुर्थी प्रसाद रेसिपी,1,गणेश जी,2,गन्ने का रस,1,गरम मसाला,1,गर्दन दर्द,1,गर्भवती महिला,1,गर्भावस्था,1,गर्भाशय,1,गलत व्यवहार,1,गलती,2,गांधी जयंती,1,गाजर,5,गाजर अप्पे,1,गाजर के पैनकेक,1,गाजर मूली का अचार,1,गाजर-मूली के दही बडे,1,गाय,1,गाली,1,गिफ्ट,1,गुजरात,1,गुजराती डिश,2,गुजिया,1,गुड़,1,गुड टच और बैड टच,2,गुड मॉर्निंग संदेश,1,गुड़हल,1,गुनगुना पानी,1,गुरु पूर्णिमा,1,गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं,1,गुलगुले,1,गुलाब जामुन,2,गुलाम कौन?,1,गुस्सा,1,गूगल ट्रेंड्स,1,गृहस्वामिनी,1,गेहूं,1,गेहूं का आटा,1,गेहूं के आटे की मठरी,1,गैस बर्नर,2,गोभी और चना दाल के बडे,1,गोरखपुर,1,गोरा रंग,1,गोल्डन ग्रेवी प्रीमिक्स,1,गौरी पराशर,1,ग्रीन टी,1,घंटी,1,घरेलू नुस्खे,1,घिया,1,घी,3,घी की नदी,1,घी खाने के फायदे,1,घोड़ी गीत,1,चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति,1,चकली,2,चटनी,15,चना दाल,1,चना दाल नमकिन,1,चमत्कार,1,चाँद पर जमीन,1,चाय,2,चाय मसाला,1,चावल,4,चावल के आटे की कुरडई,1,चावल के पापड़,1,चावल के फ्रायम,1,चाशनी,1,चाशनी वाली मावा गुजिया,1,चिवड़ा,1,चींटी,1,चींटीया,1,चीज,2,चीनी,1,चीनी देवता,1,चीला,5,चीले,2,चुडियां,1,चुर्ण,1,चूर्ण,6,छाछ,1,छींक,1,छोटी बाते,1,छोटे लेकिन काम के टिप्स,5,जज्बा,2,जनसंख्या,1,जन्मदिन,4,जन्मदिन की शुभकामनाएं,2,जन्मदिन पर धन्यवाद सन्देश,1,जन्माष्टमी,3,जन्माष्टमी रेसिपी,1,जमाना,1,जलेबी,1,जाट आंदोलन,1,जात-पात,1,जाति,3,जादुई दिया,1,जाम,1,जास्वंद,1,जिंदगी,2,जिम्नास्टिक,1,जींस,1,जीएसटी,1,जीरो ऑइल रेसिपी,5,जेएनयू,1,जेली,1,जैनी शैली,1,जैम,1,जोमैटो,1,जोयिता मंडल,1,जोरु का गुलाम,1,ज्योतिष विद्या,2,ज्वार की रोटी,1,ज्वेलरी,1,झाड़ू,1,झाड़ू का भूसा,1,झारखंड,1,झाले-वारणे,2,झूठ,1,टमाटर,1,टमाटर केचप,1,टमाटर प्यूरी,1,टमाटर सूप,1,टाइल्स,1,टाइल्स पर के सिलेंडर के दाग,1,टिप्स कॉर्नर,89,टी.व्ही. और सिनेमा,1,टेबल टेनिस,1,टॉयलेट सीट,1,टोक्यो ओलंपिक,2,टोक्यो पैरालंपिक,1,टोमैटो केचप,1,ठंडा पानी,1,ठंडे पेय,6,ठेचा,1,डर,2,डैंड्रफ,1,डॉक्टर,2,डॉटर्स डे,3,डॉटर्स डे विशेस,1,डॉटर्स डे शायरी,1,डोनाल्ड ट्रम्प,1,डोसा,2,ड्राई फ्रूट,2,ड्राई फ्रूट मोदक,1,ड्राई फ्रूट्स लड्डू,1,ड्रेगन,1,ढाबा स्टाइल सब्जी,2,ढाबे वाली दम अरबी,1,ढेबरा,1,ढोकला,2,ढोकले,1,तगार,1,तरबूज,4,तरबूज के छिलके का हलवा,1,तरबूज खरीदने के टिप्स,1,तरबूज स्टोरेज,1,तलाक,1,ताजे नारियल की बर्फी,1,तिल,5,तिल की कुरकुरी चिक्की,1,तिल के लड्डू,2,तिल गुड़ की रेवड़ी,1,तिल पपड़ी,1,तीज,1,तुलसी,2,तुलसी पूजन दिवस,1,तेजतर्रार बहू,1,तेल,1,तेलंगाना,1,तोरण,1,तोरण पर चिड़िया,1,तोहफ़ा,1,त्योहार,1,त्यौहार,1,थ्री इडियट्स,1,दक्षिणा,1,दर्द,1,दर्द का रिश्ता,1,दवा,1,दशहरा,1,दशहरा की शुभकामनाएं,1,दशहरा शायरी फोटो,1,दही,8,दही और लहसुन की चटनी,1,दही बड़े,1,दही भल्ले,1,दही मसाला भिंडी,1,दही वाली लौकी की सब्जी,1,दही सैंडविच,1,दहेज,3,दाग-धब्बे,2,दादा-दादी,1,दान,1,दाल,1,दाले,2,दासी,1,दिपावली,1,दिपावली बधाई संदेश,3,दिवाली,3,दिवाली मिठाई,2,दिवाली रेसिपी,5,दिशा,1,दीपावली शुभकामना संदेश,1,दीवाली रेसिपी,1,दुःख,1,दुध पावडर,1,दुबई,1,दुबई यात्रा,1,दुर्गा माता,1,दुल्हा,1,दुश्मन,1,दूध,4,दूध गुलकंद मोदक,1,देवी-देवताओं के गीत,1,देश सेवा,1,देशभक्ति,4,देशभक्ति शायरी,2,देहदान,1,दोस्त,2,दोस्ती,1,दोहता,1,धनतेरस शायरी,1,धनतेरस शुभकामनाए,1,धनिया,2,धनिया चटनी,2,धन्यवाद संदेश,2,धर्म,4,धर्मग्रंध,1,धार्मिक,67,नई जनरेशन,2,नए सात वचन,1,नक्सली,1,नजर,1,नजर कैसे उतारु,1,नदी में पैसे,1,नन्ही परी,1,नमक,1,नमक पारे,1,नमकपारे,1,नमकीन,2,नया साल,1,नरेद्र मोदी स्टेडियम,1,नवरात्र,2,नवरात्र स्पेशल,2,नवरात्रि,3,नवरात्रि की शुभकामनाएं,1,नवरात्रि रेसिपी,2,नवरात्रि शायरी फोटो,1,नवरात्री रेसिपी,11,नववर्ष,2,नववर्ष की शुभकामनाएं,2,नाइंसाफी,1,नाग पंचमी,1,नागरिकता संशोधन कानून,1,नानी,2,नाम,1,नारियल,3,नारियल की जटा,1,नारियल छिलने का तरीका,1,नारियल फोड़ना,1,नारियल बर्फ़ी,1,नारी,70,नारी अत्याचार,20,नारी शिक्षा,1,नाश्ता,1,निक वुजीकीक,1,निचली जाती,1,निमकी,1,निर्णयक्षमता,1,निर्भया,2,निवाला,1,नींबू,5,नींबू का अचार,2,नींबू का रस,1,नींबू का शरबत,1,नींबू के छिलके,1,नींबू को कैसे स्टोर करें?,1,नीडल थ्रेडर,1,नेत्रदान,1,नेपाल त्रासदी,1,नेल आर्ट,1,नेहा सांगवान,1,नॉन स्टिक तवा,1,न्याकिम गैटवेच,1,न्यू इयर रेसोल्युशन,1,न्यूजीलैंड,1,पकोडे,4,पकोड़े,3,पक्षी,1,पढ़ा-लिख़ा कौन?,1,पढ़ाई,1,पति,1,पति का अहं,1,पति की मौत,1,पति-पत्नी,1,पति-पत्नी संबंध,1,पत्ता गोभी,3,पत्ता गोभी की मुठिया,1,पत्नी,1,पत्र,2,पद्मपाणी स्कूल,1,पनीर,4,पनीर बटर मसाला,1,पनीर मोदक,1,पपीता,1,परंपरा,4,परफ्यूम,1,परवरिश,13,पराठा,2,पराठे,2,परिक्रमा,1,परीक्षा,2,परेशानी,1,पर्स,1,पल्ली उत्सव,1,पवित्र,1,पवित्रता,3,पसंदीदा शिक्षक को पत्र,1,पांच मिनट रेसिपी,1,पान,1,पान का शरबत,1,पान गुलकंद मोदक,1,पान शेक,1,पानी,2,पानी कैसे पीना चाहिए,1,पापड़,10,पायलट मोनिका खन्ना,1,पालक,6,पालक के डिजायनर चीले,1,पालक के नमक पारे,1,पालक चीला,1,पालक बडी,2,पाश्चात्य संस्कृति,1,पिता,2,पीरियड,1,पीरियड पॉलिसी,1,पीरियड्स,4,पीरियड्स डिले टेबलेट्स,1,पीवी सिंधु,1,पुण्य,2,पुरानी मान्यताएं,1,पुरुषोत्तम मास,1,पुलवामा हमला,1,पुष्कर,1,पूडी,2,पूतना,1,पूरी,1,पूरी या पराठे,2,पूर्वाग्रह,1,
बिल्कुल सही बात ।ऐसे अंधविश्वासपूर्ण और प्रतिगामी व्रत का विरोध किया जाना चाहिए । व्रत त्यौहार हमारी खुशी के लिए होने चाहिए न कि दकियानुसी विचारों को बढ़ावा देने के लिए ।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआदरणीय ज्योति जी आपने बिल्कुल सत्य बात लिखी है ,
जवाब देंहटाएंजो प्रकृति का नियम है उसे अपवित्र कैसे माना जा सकता है । मैं आपकी बात से पूर्णतया सहमत हूँ।
जी, हाँ ज्योति जी हम पूरी तरह से आपसे सहमत,और हम ये व्रत करते भी नहीं।आपकी साहसिक एवं सराहनीय लेख के लिए आभारी है हम।
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरूवार (24-08-2017) को "नमन तुम्हें हे सिद्धि विनायक" (चर्चा अंक 2706) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।
हटाएंबिलकुल सही कह रही है आप | माहवारी होना पाप नहीं है | हम किसी ऐसे व्रत का समर्थन कैसे कर सकते हैं जिसमें स्त्री के नैसर्गिक चक्र को पाप की संज्ञा दी जाए | प्रचिलित अंध विश्वास के प्रति आँखें खोलती आपकी पोस्ट के लिए बहुत शुक्रिया ज्योति जी .... वंदना बाजपेयी
जवाब देंहटाएंबहुत ही सारगर्भित लेख लिखा है आपने....
जवाब देंहटाएंकई जगहों पर यह रिवाज देखने को मिलता है...माहवारी को छूत माना जाता है...
कहीं तो उन दिनों बहू को अपने कमरे में भी नही जाने दिया जाता ...जमीन पर सुलाया जाता है...दुख की बात ये है कि बेटियों पर यह नियम लागू नहीं होता..... आपका लेख पढकर शायद स्थिति में कुछ सुधार हो ।
सुधा, इस नियम के मामले में जहां तक मैं ने अपने आस-पास देखा हैं बहू और बेटी दोनों पर समान मात्रा में ही लागू होता हैं। आपकी टिप्पणी पढ़ कर ही दिमाग में आया कि शायद यह एकलौता नियम हैं जो बहू और बेटी दोनों पर समान मात्रा में लागू होता हैं।
हटाएंसार्थक पोस्ट 😊🙏कई उपवास और प्रथाएं ऐसे है जो बस परिपाटी की तरह ढोये जा रहे है ।
जवाब देंहटाएंA very nice article.
जवाब देंहटाएंप्रथाओं/परम्पराओं में व्याप्त अंधविश्वासों के प्रति समयानुकूल विचार की स्थापना करता विचारणीय लेख।
जवाब देंहटाएंसमय तय करता है प्रथा की प्रासंगिकता ...
जवाब देंहटाएंहाँ, सही कहा आपने ये इकलौता नियम है जो बहू और बेटियों पर समान रूप से लागू होता है। पता नहीं वैज्ञानिक सच्चाइयों को हम कब तक नकारते रहेंगे। मैं आपके विचारों से सहमत हूँ।
जवाब देंहटाएंअत्यंत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंYe aap galat kah rahe ho,me sahamant nahi Hun ,aap ishwar ke khilaf ja kar sabko narak me bejne ki vyvastha kar rahe ho,aap ko to muje lagta hai ki aap ishwar ko yani ke bhagwan ko mante nahi ho,aap nastik lagta ho.
जवाब देंहटाएंईश्वर हैं और वो बहुत बड़ी शक्ति हैं। लेकिन उसे व्रत उपवास के आडंबर की जरूरत नहीं हैं। दूसरी बात यह हैं कि जब माहवारी से होकर नारी ने कोई गुनाह किया ही नहीं हैं तो उसके निवारण हेतु व्रत उपवास क्यों?
हटाएंबहुत सुंदर बात कही ज्योति जी जिस महावारी से सृष्टि का सृजन हुआ वो भला अपवित्र कैसे हो सकती है,मैं भी इसे पाप नहीं मानती। बहुत ही विचारणीय लेख लिखा आपने
जवाब देंहटाएंमासिक धर्म के समय स्वच्छता के दृष्टिकोण से सावधानी बरतना ठीक है किन्तु रजस्वला स्त्री को अपवित्र बताना और उसे भूखा-प्यासा रखना जघन्य अपराध है.
जवाब देंहटाएंऐसे नियम बनाने वाले ऋषि-मुनि महा-स्त्रीविरोधी थे. इनके बनाए व्रत-उपवास का पालन करना एक प्रकार से इन्हीं की रुग्ण मानसिकता को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाने की मूर्खता करना है.
आज भी मेरे ऐसे परिचित है जो मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को किचन में नहीं जाने देते चाहे बच्चे बिना दूध लिए बिना खाए पिए स्कूल चले जाए।
हटाएंबस नियमो का पालन होना चाहिए!
हाड़ मांस से बना मानव शरीर लाख व्रत-अनुष्ठान एवं प्रतिपल स्नान के पश्चात भी उस पवित्रता को नहीं प्राप्त कर सकता जिसका वर्णन कुछ धर्म के आचार्यों द्वारा किया जाता है क्योंकि मानव शरीर में नित नए मल का निर्माण होता रहता है।जैसे हर घंटे तो इसके स्किन सेल्स ही झड़ते रहते हैं।
जवाब देंहटाएंकिंतु इसी मलिन शरीर के भीतर इस शरीर को चैतन्य रखने वाली आत्मा का वास होता है और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यही आत्मा परमशुद्ध परमात्मा का निवासस्थल भी है।
अतः जब स्वयं परमात्मा अपनी रचना को पवित्र-अपवित्र की श्रेणी से बाहर रखते हैं तो हमे यह अधिकार किसने प्रदान किया कि हम किसी को (स्त्री हो या पुरुष) किसी भी कारण से पवित्र-अपवित्र की श्रेणी में रखें?
हाँ,स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए मनुष्य के लिए स्नान आदि क्रियाएँ आवश्यक हैं किंतु यदि पवित्रता की बात करनी है तो वह मन की पवित्रता की बात होनी चाहिए।
मन के समस्त विकार अर्थात् भय,क्रोध,लोभ,मोह,अहंकार और द्वेष आदि से न केवल एक मनुष्य की अपितु पूरे समाज की पवित्रता और शांति भंग होती है और समाज अनैतिकता की ओर बढ़ने लगता है।