हर माता-पिता चाहते हैं कि लड़की जब शादी होकर ससुराल जाएं तो वो एक अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बन सके! लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि एक अच्छी पत्नी बनने की मिनिमम योग्यताएं क्या हैं?
minimum qualification for good wife-
हर माता-पिता चाहते हैं कि लड़की जब शादी होकर ससुराल जाएं तो वो एक अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बन सके! लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि एक अच्छी पत्नी बनने के मायने क्या हैं? मतलब अच्छी हाउसवाइफ बनने की मिनिमम योग्यताएं क्या हैं? तमिलनाडु के एक स्कूल का विज्ञापन हैं, ''Give us a girl and take back a lady''। ऐसे विज्ञापनों से यहीं स्पष्ट होता हैं कि एक लेडी मतलब हाउसवाइफ या पत्नी बनने के लिए इतनी सारी योग्यताओं की आवश्यकता होती हैं कि उसके लिए स्पेशल स्कूल खोलनी पड़ती हैं! क्या आपने कभी कोई ऐसा विज्ञापन पढ़ा कि ''Give us a boy and take back a man'', नहीं न? क्योंकी हमारे समाज में हमारी मान्यताएं ही कुछ ऐसी हैं कि सारी योग्यताओं की आवश्यकता सिर्फ़ और सिर्फ़ महिलाओं को ही हैं! लड़कों ने तो सिर्फ़ कमाना शुरु कर दिया मतलब बन गए पुरुष! लेकिन लड़कियां अच्छी पत्नी, अच्छी बहू या अच्छी हाउसवाइफ बन सके इसके लिए कई जगह कई तरह के कोर्स कराएं जा रहे हैं।
आइए, जानते हैं... अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बनने की मिनिमम योग्यताएं...
हर माता-पिता चाहते हैं कि लड़की जब शादी होकर ससुराल जाएं तो वो एक अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बन सके! लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि एक अच्छी पत्नी बनने के मायने क्या हैं? मतलब अच्छी हाउसवाइफ बनने की मिनिमम योग्यताएं क्या हैं? तमिलनाडु के एक स्कूल का विज्ञापन हैं, ''Give us a girl and take back a lady''। ऐसे विज्ञापनों से यहीं स्पष्ट होता हैं कि एक लेडी मतलब हाउसवाइफ या पत्नी बनने के लिए इतनी सारी योग्यताओं की आवश्यकता होती हैं कि उसके लिए स्पेशल स्कूल खोलनी पड़ती हैं! क्या आपने कभी कोई ऐसा विज्ञापन पढ़ा कि ''Give us a boy and take back a man'', नहीं न? क्योंकी हमारे समाज में हमारी मान्यताएं ही कुछ ऐसी हैं कि सारी योग्यताओं की आवश्यकता सिर्फ़ और सिर्फ़ महिलाओं को ही हैं! लड़कों ने तो सिर्फ़ कमाना शुरु कर दिया मतलब बन गए पुरुष! लेकिन लड़कियां अच्छी पत्नी, अच्छी बहू या अच्छी हाउसवाइफ बन सके इसके लिए कई जगह कई तरह के कोर्स कराएं जा रहे हैं।
आइए, जानते हैं... अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बनने की मिनिमम योग्यताएं...
• पहली योग्यता हैं उसे गोरी और सुंदर होना चाहिए। यह दोनों ही योग्यता किसी भी महिला के अपने स्वयं के हाथों में नहीं हैं। इसके बावजूद उससे अपेक्षा की जाती हैं कि विभिन्न नुस्खों की आजमाइश करके उसने अपने आप को गोरा बनाना चाहिए और उसने अपने परिधान इस तरह पहनने चाहिए कि वो अप्सराओं को भी मात दे!
• दूसरी योग्यता हैं कि चाहे वह कितनी भी पढ़ी-लिखी हो, कितने भी उंचे पद पर कार्यरत हो वो घरेलू होना चाहिए! हमारे समाज में कहा जाता हैं कि लड़को को गर्लफ्रेंड तो मॉडर्न चाहिए लेकिन पत्नी घरेलू ही चाहिए। यह सोच सिर्फ़ आम लड़को की ही नहीं हैं तो बड़े-बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटीज की भी यहीं सोच हैं। एक मैगजीन को दिए गए इंटरव्यू में रणवीर ने दीपिका के बारे में कहा कि वो इतनी घरेलू हैं कि I love it…I love it!!! ये बात कहते हुए वे बहुत खुश थे। दीपिका चोटी की हीरोइन हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली महिलाओं में उसका पांचवां स्थान हैं। फ़िर भी दीपिका के घरेलू होने पर रणवीर खुश हैं!! कुछ समय पहले टाइगर श्रॉफ ने भी कहा था कि उसे ‘हाउसवाइफ टाइप’ की लड़कियां पसंद हैं जबकि उनकी गर्लफ्रेंड हॉट और सेक्सी दिशा पटानी हैं! ‘घरेलू’ होने के मायने सबकी डिक्शनरी में अलग-अलग होते हैं। लेकिन सभी को चाहिए एक अदद घरेलू पत्नी!
• यदि खुद कमाती न हो तो पति के काम में मदद करें और एक मेड की तरह घर के भी सभी काम कर सके।
• चटनी से लेकर पंच पकवानों तक, चाहे वह शुद्ध भारतीय हो या अमेरिकन, इटालियन या चायनीज हो, उसे हर तरह का खाना बनाना और तरह-तरह के नाश्ते बनाना आना चाहिए क्योंकि पति के दिल का रास्ता पेट से हो कर ही जाता हैं।
• वो त्योंहारों में पारंपरिक तरीके से साडी पहन कर...बिंदिया से लेकर बिछिया तक सारे गहने पहन कर तैयार होती हो और पति के साथ घुमने जाते वक्त जींस और टी शर्ट पहन कर आधुनिक बनती हो!
• वो त्योंहारों में पारंपरिक तरीके से साडी पहन कर...बिंदिया से लेकर बिछिया तक सारे गहने पहन कर तैयार होती हो और पति के साथ घुमने जाते वक्त जींस और टी शर्ट पहन कर आधुनिक बनती हो!
• उसे देश में चल रहीं ताजी घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी हो और घर के सभी सदस्यों की सेहत का ख्याल रखने के लिए उसे देशी नुस्खे भी पता हो!
• बच्चों को स्कूल, ट्युशन, डांस क्लास आदि छोडने और लाने के लिए और बाजार या अस्पताल आदि जान-आने के लिए उसे गाड़ी चलाना आता हो!
• उसे मेहंदी, रांगोली जैसी कलाएं और स्वेटर आदी बुनना भी आता हो।
• बच्चों का होमवर्क करा सके और स्कूल के प्रोजेक्ट आसानी से बना सके, कम से कम इतनी पढ़ी-लिखी हो। इसके लिए उसे इंटरनेट का उपयोग करते आना चाहिए।
• बच्चों का होमवर्क करा सके और स्कूल के प्रोजेक्ट आसानी से बना सके, कम से कम इतनी पढ़ी-लिखी हो। इसके लिए उसे इंटरनेट का उपयोग करते आना चाहिए।
• पति के लिए एकदम आधुनिक हो और सास-ससुर की इच्छाओं का भी पूरा-पूरा ख्याल रखे। मतलब पुराने रीति-रिवाज चाहे वह कितने भी दकियानुसी हो उसने वो पूरी श्रद्धा के साथ मानना चाहिए।
• दिन भर ऑफिस और घर के कामों से चाहे कितनी भी थकी हुई हो, उसकी यह थकान उसके चेहर पर नहीं आना चाहिए। एक मॉडल की तरह उसके चेहरे पर मुस्कान खिलती रहनी चाहिए।
• वो घर के सभी तरह के काम एक मेड की तरह करे लेकिन शो केस की गुड़िया तरह हर वक्त सजी-संवरी भी दिखती रहे। भई, घर में कभी भी कोई भी आ सकता हैं...घर की बहू अच्छी दिखनी चाहिए न! और यदि वो पति के सामने भी सजी-संवरी न रही तो हो सकता हैं कि पति का बाहर किसी से अफेयर हो जाएं!
• घर में छोटे बच्चे होने पर भी उसे घर एकदम म्युजियम जैसा साफ-सुधरा रखते आना चाहिए।
• हरदम परिवार की खुशी को अहमियत देते हुए अपने खुद के सपनों को नजरअंदाज करें और मन में इस बात की गांठ न पालते हुए खुश रहे।
• घर के सारे काम सुव्यवस्थित निपटाने के बाद यदि वो थोड़ा सा अपने मनोरंजन के लिए मोबाइल हाथ में ले ले और किसी की उस पर निगाह पड़ जाएं और वो व्यक्ति उसे जली-कटी सुनाएं कि तुम्हारे तो मजे हैं...!! फ़िर भी उसे संबंधित व्यक्ति के बोलने का बूरा नहीं मानना चाहिए। क्योंकि अच्छी हाउसवाइफ को ज्ञान तो सब होना ही चाहिए लेकिन ये ज्ञान प्राप्त करने के लिए खास कर बड़ों के सामने वो मोबाइल लेकर न बैठे!! अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बनने की मिनिमम योग्यताओं की यादी तो बहुत लंबी हैं लेकिन इसे यदि सिर्फ़ एक शब्द में बताना हो तो... अच्छी हाउसवाइफ बनने के लिए महिला का ‘सुपरवूमन’ होना जरुरी हैं!! किसी को भी सुपरवूमन से कम योग्यता वाली पत्नी पसंद नहीं आती!!!
• घर के सारे काम सुव्यवस्थित निपटाने के बाद यदि वो थोड़ा सा अपने मनोरंजन के लिए मोबाइल हाथ में ले ले और किसी की उस पर निगाह पड़ जाएं और वो व्यक्ति उसे जली-कटी सुनाएं कि तुम्हारे तो मजे हैं...!! फ़िर भी उसे संबंधित व्यक्ति के बोलने का बूरा नहीं मानना चाहिए। क्योंकि अच्छी हाउसवाइफ को ज्ञान तो सब होना ही चाहिए लेकिन ये ज्ञान प्राप्त करने के लिए खास कर बड़ों के सामने वो मोबाइल लेकर न बैठे!! अच्छी पत्नी या अच्छी हाउसवाइफ बनने की मिनिमम योग्यताओं की यादी तो बहुत लंबी हैं लेकिन इसे यदि सिर्फ़ एक शब्द में बताना हो तो... अच्छी हाउसवाइफ बनने के लिए महिला का ‘सुपरवूमन’ होना जरुरी हैं!! किसी को भी सुपरवूमन से कम योग्यता वाली पत्नी पसंद नहीं आती!!!
बहुत सुन्दर ज्योति बहन आज की नारी को जागरूक होना होगा
जवाब देंहटाएंअपने अधिकारों और अपनी स्वतंत्रता के प्रति
सादर
व्यंगात्मक लहजे में आपने स्त्री पर लादी गयी सारी अपेक्षाओं को सामने रख दिया | वाकई अपेक्षाओं के इन दोनों किनारों को साधने की कोशिश करती स्त्री एक सहज जीवन जी ही कहाँ पाती है |
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर लेख
जवाब देंहटाएंसमाज मे व्याप्त विडंबनाओ पर व्यंग्य कसती सार्थक और यथार्थ रचना
बहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंBahut hi Sahi kaha aapne.samaj ko aaina dikhata hua ek aur lekh Aapka👌👌
जवाब देंहटाएंसटीक
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर सटीक व्यंग्यात्मक लेख....
जवाब देंहटाएंसही कहा सभी नारी से सुपरवुमन की उम्मीद रखते हैं......जिसमें उसकी इच्छाओं का कोई मोल नहीं...।
सटीक, सामाजिक विडंबना का सही चित्रण ज्योति जी . बढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ढंग से ज्योति जी आपने सटीक लेख .…...
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा विचारणीय लेख है स्त्री होने के सही मायने और स्त्री के दायित्वों की परिभाषा गढ़ते है सभी,पर अपने मनमुताबिक जीने वाली स्त्रियों को हिकारत की दृष्टि से देखते है उसके चरित्र पर चर्चा करते हैं,समाज की हर सड़ी-गली मानसिकता का भुगतान स्त्री करे।
जवाब देंहटाएंजबरदस्त तंज और प्रहार सटीक सार्थक।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लेख
जवाब देंहटाएंविचारणीय आलेख ... समाज को सोच बदलने की ज़रूरत है आदमी, माँ बहन पिता को विशेष कर क्योंकि आने वाली बहु में सबसे ज़्यादा वही ये सब देखना चाहते हैं ...
जवाब देंहटाएंOne university opened such a course, read about it few months ago.
जवाब देंहटाएंIts really horrible...
Strong and potential write up.
सुन्दर सटीक व्यंग्यात्मक लेख :)
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